HEADLINES

प्रयागराज में दुर्गा प्रतिमाएं झूंसी के अंदावा तालाब में होंगी विसर्जित, काली सड़क पर विसर्जन की मांग खारिज

इलाहाबाद हाईकोर्ट

-हाईकोर्ट का प्रशासन को निर्देश, स्वच्छ वातावरण में सुरक्षा के साथ प्रतिमाएं हों विसर्जित

प्रयागराज, 05 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । इलाहाबाद हाईकोर्ट ने प्रयागराज में दुर्गा प्रतिमाएं झूंसी के अंदावा तालाब में विसर्जित करने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने संगम के पास काली सड़क पर इन दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन की अनुमति देने की मांग में दाखिल जनहित याचिका खारिज कर दी है। कोर्ट ने निर्देश दिया है कि अंदावा तालाब में प्रतिमाओं का विसर्जन स्वच्छ वातावरण में पूरी सुरक्षा के साथ कराया जाए।

यह आदेश चीफ जस्टिस अरुण भंसाली एवं जस्टिस विकास बुधवार की खंडपीठ ने योगेन्द्र पांडेय व अन्य की तरफ से दाखिल जनहित याचिका पर दिया है। जनहित याचिका दायर कर प्रमुख रूप से काली सड़क पर दुर्गा प्रतिमाएं विसर्जित करने की मांग की गई थी और कहा गया था कि झूंसी के अंदावा तालाब में गंदगी है। ऐसी स्थिति में पवित्र प्रतिमाओं का विसर्जन नहीं किया जा सकता है।

स्थानीय प्रशासन की तरफ से प्रदेश सरकार के स्थायीअधिवक्ता राजीव सिंह ने कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर अदालत को बताया कि वर्ष 2019 से लगातार मूर्तियों का विसर्जन झूंसी के अंदावा तालाब में किया जा रहा है। प्रशासन ने वहां पवित्र प्रतिमाओं के विसर्जन की स्वच्छता के साथ अच्छी व्यवस्था कर रखी है। कहा गया कि 10 अक्टूबर 2024 तक काम पूरा कर लिया जाएगा। इसके लिए 13.69 लाख का बजट भी स्वीकृत है। सरकार की तरफ से बताया गया कि गंदगी होने का आरोप निराधार है।

हाईकोर्ट ने कहा कि जहां तक संगम के पास काली सड़क पर दुर्गा प्रतिमाएं विसर्जित करने का प्रश्न है, इसे लेकर पूर्व में दाखिल याचिका खारिज हो चुकी है। कोर्ट ने काली सड़क पर दुर्गा प्रतिमाएं विसर्जित करने की मांग को अस्वीकार कर दिया एवं कहा कि वर्ष 2019 से लगातार झूंसी के अंदावा तालाब में प्रतिमाओं का विसर्जन हो रहा है।

(Udaipur Kiran) / रामानंद पांडे

Most Popular

To Top