
कानपुर, 31 जनवरी (Udaipur Kiran) । प्रदेश से लेकर देश में महंगाई चरम सीमा पर है। खाद्य सामग्रियों के दाम बढ़ने से आम आदमी के घर का बजट बिगड़ गया है लेकिन मौजूदा सरकार को इससे कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। ऐसे में क्रय शक्ति बढ़ाने के लिए बजट के पूर्व भाजपा को अपनी नीति और नीयत बदलनी होगी। यह बातें शुक्रवार को सपा नगर अध्यक्ष हाजी फजल महमूद ने पीडीए पंचायत कार्यक्रम के दौरान कही।
समाजवादी पार्टी कानपुर महानगर की पीडीए पंचायत इफ्तिखाराबाद चीना पार्क में आयोजित की गई। इस दौरान नगर अध्यक्ष हाजी फजल महमूद ने बाबा साहब के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए कहा कि आर्थिक और सामाजिक बढ़ती दूरी को समाप्त करने के संदेश को पीडीए मिशन के तहत पंचायत की युवा टीम पर्चा वितरण कर रही है। इस मिशन को मजबूत बनाने के लिए सभी के सुख-दुख में सहयोग कर परिवार की तरह सेवा करने का संकल्प लिया है। आगे उन्होंने कहा कि गेहूं का आटा पैतीस रुपये प्रति किलो बिक रहा है। जबकि सरसों का तेल एक सौ अस्सी रुपये प्रति किलो बिक रहा है और अरहर की दाल एक सौ साठ रुपये प्रति किलो बिक रही है। खाद्य पदार्थों की बढ़ती महंगाई से गरीबों की जेब कट रही है। एक जनवरी को गेहूं के सरकारी गोदाम में भंडारण एक लाख टन रहा जबकि सरकारी भंडारण का लक्ष्य एक सौ अड़तीस लाख टन का था। बहराल गेहूं का मौजूदा भंडारण पांच साल में दो सौ सरसठ लाख टन के औसतन से बहुत कम है। वर्तमान समय में मौसम के बदलाव के कारण गेहूं का उत्पादन घटेगा लेकिन सरकार जलवायु परिवर्तन के कारण हो रही कठिनाइयों पर उपेक्षित व्यवहार कर रही है। पीडीए मिशन इसका पूरा आंकलन सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को भेज रही है। आज के इस कार्यक्रम में विधायक अमिताभ बाजपेयी, प्रदेश सचिव केके शुक्ला, वरिष्ठ उपाध्यक्ष शैलेंद्र यादव मिन्टू आदि लोग मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran) / रोहित कश्यप
