काठमांडू, 24 जुलाई (Udaipur Kiran) । नेपाल की राजधानी काठमांडू स्थित त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर बुधवार को हुए विमान हादसे के पीछे के कारणों से अब एक-एक कर पर्दा उठ रहा है। पहले तो विमान के इंजन में कुछ तकनीकी खराबी की बात कही गई थी लेकिन अब काठमांडू में हैंगर उपलब्ध नहीं होने के कारण ही टेक्निकल टीम सहित विमान को पोखरा भेजे जाने की बात कही जा रही है। काठमांडू में सिर्फ बुद्ध एयर का हैंगर है जिसमें दूसरे कंपनियों के विमान मरम्मत का काम नहीं होता है।
सौर्य एयरलाइंस के मुताबिक काठमांडू में हैंगर उपलब्ध नहीं होने के कारण टेक्निकल टीम के साथ इस विमान को पोखरा भेजा जा रहा था। इस विमान में सौर्य एयरलाइंस के सेफ्टी इंचार्ज से लेकर एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस इंजीनियर और अन्य टेक्निकल स्टाफ मौजूद थे। इस विमान के तकनीकी खराबी को ठीक करने के लिए नेपाल नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने पोखरा हवाईअड्डे पर रहे अपने हैंगर को एक महीने के लिए उपलब्ध कराया था।
पोखरा विमानस्थल के मैनेजर योगेन्द्र कुंवर ने बताया कि सौर्य एयरलाइंस के विमान की मरम्मत के लिए हैंगर उपलब्ध कराया गया था। मंगलवार को ही इस विमान के मरम्मत के लिए हैंगर उपलब्ध कराने का निर्णय हुआ था। इसी निर्णय के बाद आज सौर्य एयरलाइंस के विमान को पोखरा भेजा रहा था। विमान के मरम्मत के लिए एक महीने का समय दिया गया था।
त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के प्रवक्ता सुभाष झा ने कहा कि सौर्य एयरलाइंस के इस विमान की मरम्मत के लिए पिछले हफ्ते आवेदन दिया गया था और मंगलवार को परमिशन मिलने के बाद अपने टेक्निकल टीम सहित विमान ने उड़ान भरी थी। काठमांडू हवाईअड्डे पर हैंगर उपलब्ध नहीं होने के कारण विमानों की मरम्मत के लिए पोखरा और नेपालगंज के हैंगर में जगह दिया जाता है। चूंकि नेपालगंज दूर पड़ता है इसलिए विमानन कंपनी पोखरा को प्राथमिकता देती हैं।
(Udaipur Kiran) / पंकज दास / पवन कुमार श्रीवास्तव