जगदलपुर, 20 जुलाई (Udaipur Kiran) । बस्तर संभाग में तीन दिन से जारी वर्षा के बाद नदी, नाले उफान पर आ गए हैं। सुकमा जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर दोरनापाल व कोंटा के बीच एर्राबोर में नाले के उफान में आने से तेलंगाना व आंध्रपदेश राज्य से संपर्क टूट गया है। गोदावरी नदी और शबरी में बाढ़ की स्थिति है। वहीे कांकेर जिले में बारिश की वजह से नदी-नाले उफान पर हैं। बताया जा रहा है कि चवेला और खंडी नदी उफान पर है। कांकेर मुख्यालय का दुर्गुकोंदल, भानुप्रतापपुर इलाके से संपर्क टूट गया है।
केंद्रीय जल आयोग के गेज साइट पर बस्तर की इंद्रावती नदी सुबह 11 बजे वार्निंग लेवल सात मीटर को छू लिया है। इस मानसून में गुरुवार की शाम आरंभ हुई बारिश ने रात गहराते ही तेजी पकड़ ली। इससे शहर के कई वार्ड में जलभराव की समस्या देखी गई। सड़कें-गलियां पानी में डूब गए, कई वार्ड में घरों के भीतर भी पानी घुस गया। शहर के सरदार वल्लभ भाई पटेल, गंगानगर, गांधीनगर, लोकमान्य तिलक वार्ड, दलपत सागर वार्ड, सनसिटी के पीछे का भाग, चंद्रशेखर आजाद वार्ड, नयामुंडा के अलावा कई क्षेत्रों में सुबह लगभग दो से तीन घंटे तक पानी में डूबे रहे। दोपहर तक पानी उतर आया था, पर शाम को हुई तेज वर्षा के बाद दोबारा से इन क्षेत्रों में जलभराव की समस्या देखाने काे मिली।
बस्तर कलेक्टर विजय दयाराम ने शहर के जलमग्न इलाकों का निरीक्षण किया। नगर के गायत्री नगर, दलपत सागर वार्ड का कलेक्टर ने नगर निगम आयुक्त हरेश मंडावी के साथ भ्रमण कर पानी निकासी की व्यवस्था सहित ड्रेनेज की साफ-सफाई के लिए निगम के अधिकारियों को निर्देशित किए। जिससे लगातार बारिश के कारण निचले इलाको में जल भराव की स्थिति को नियंत्रित किया जा सके। उन्होंने निचले ईलाके में सतत निगरानी रखे जाने के साथ ही जल जमाव की समुचित निकासी सुनिश्चित किये जाने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए हैं।
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(Udaipur Kiran) / राकेश पांडे / चन्द्र नारायण शुक्ल