
शिमला, 22 मई (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश में नशे के कारोबार के खिलाफ पुलिस का अभियान लगातार तेज होता जा रहा है। इसी क्रम में राज्य पुलिस ने नशा तस्करी में संलिप्त तीन आरोपियों की लगभग 2.65 करोड़ रुपये मूल्य की चल-अचल संपत्ति जब्त करने की कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है। जब्त की जा रही संपत्तियों में बहुमूल्य मकान, वाहन, आभूषण और नकदी शामिल हैं। यह कार्रवाई एनडीपीएस अधिनियम के तहत पुलिस द्वारा चलाई जा रही सख्त नीति के तहत की गई है। इसका उद्देश्य नशे के कारोबार से जुड़े अपराधियों की आर्थिक रीढ़ तोड़ना है। प्रदेश पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता ने गुरुवार को ये जानकारी दी है।
धर्मशाला में तस्करों पर शिकंजा
पहला मामला 6 अप्रैल 2025 का है, जब धर्मशाला पुलिस थाना की टीम ने दो व्यक्तियों संजय कुमार और सुमन कुमारी को चरस की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया। तलाशी के दौरान उनके पास से 1.246 किलोग्राम चरस बरामद की गई। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार संजय कुमार के खिलाफ एनडीपीएस और आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत पहले भी तीन आपराधिक मामले दर्ज हैं।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि संजय कुमार ने नशे की कमाई से काफी संपत्ति अर्जित की थी। उसके नाम पर तीन आलीशान मकान हैं जिनकी कुल अनुमानित कीमत 1.55 करोड़ रुपये आंकी गई है। इसके अलावा उसके पास चार वाहन स्कॉर्पियो, मारुति स्विफ्ट, रॉयल एनफील्ड मोटरसाइकिल और एक्टिवा स्कूटी भी हैं। इनकी कीमत 4.49 लाख है। कुल मिलाकर संजय कुमार की चल-अचल संपत्ति की अनुमानित कीमत 1.59 करोड़ है, जिसे जब्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
काँगड़ा में पति-पत्नी की गिरफ्तारी, करोड़ों की संपत्ति उजागर
दूसरा मामला काँगड़ा जिले का है जहां पुलिस ने 6 नवम्बर 2024 को पवन कुमार और उसकी पत्नी नीना को नशीले पदार्थों और अवैध संपत्ति के साथ गिरफ्तार किया था। पुलिस ने उनके पास से 26.10 ग्राम चरस, 241 ग्राम सोना, 1207 ग्राम चांदी और ₹44,580 नकद बरामद किया। पवन कुमार के खिलाफ पहले से एनडीपीएस एक्ट के तहत पांच मुकदमे दर्ज हैं।
संपत्ति की जांच में सामने आया कि पवन कुमार के नाम पर काँगड़ा के अर्ला, सकेट और तरसूह गांवों में तीन मकान हैं। इनकी कुल कीमत 81.45 लाख है। इसके अलावा उसकी चल संपत्ति जिसमें सोने-चांदी के आभूषण और नकदी शामिल है की कीमत 24.67 लाख आंकी गई है। पुलिस ने उसकी कुल संपत्ति 1.06 करोड़ के करीब आंकी है। इसे जब्त करने की कार्रवाई अंतिम चरण में है।
पूर्व में भी जब्त की जा चुकी है संपत्ति
प्रदेश पुलिस मुख्यालय के अनुसार यह पहली बार नहीं है जब पुलिस ने इस तरह की बड़ी कार्रवाई की हो। काँगड़ा पुलिस पहले भी एक अन्य नशा तस्कर से 51 लाख मूल्य की संपत्ति जब्त कर चुकी है। यह कार्रवाई भी एनडीपीएस एक्ट के तहत की गई थी।
अपराधियों की आर्थिक कमर तोड़ने की नीति
हिमाचल पुलिस का मानना है कि नशा कारोबार से जुड़े अपराधियों की संपत्ति जब्त कर उनकी आर्थिक शक्ति खत्म करना बेहद जरूरी है। हिमाचल पुलिस द्वारा चलाया जा रहा यह अभियान केवल गिरफ्तारी तक सीमित नहीं है बल्कि अपराधियों की अवैध कमाई के स्रोतों को खत्म करने की दिशा में निर्णायक कदम है। पुलिस मुख्यालय ने स्पष्ट किया है कि नशे के कारोबार से जुड़े किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और ऐसे लोगों की संपत्ति जब्त कर उन्हें कानून के कठघरे में लाया जाएगा।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
