रायपुर, 20 नवंबर (Udaipur Kiran) । रायपुर संभागायुक्त महादेव कावरे ने आज बुधवार को पं. जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय के स्वशासी समिति की प्रबंध कार्यकारिणी की बैठक ली।इस बैठक में कई अहम निर्णय लिए गए है। अम्बेडकर अस्पताल में 1 दिसंबर से नशा मुक्ति केंद्र खुलेगा। इसका संचालन चिकित्सालय के मनोरोग विभाग द्वारा किया जाएगा।
इस बैठक में वित्तीय वर्ष 2024-25 के स्वशासी बजट के अंतर्गत अभी तक हुए आय-व्यय की समीक्षा की गई। बैठक में पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए अम्बेडकर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. संतोष सोनकर ने जानकारी दी कि चिकित्सालय के किराया कक्षों (पेइंग वार्डों) के नवीनीकरण हेतु 26 एसी, केजुअल्टी विभाग हेतु 09 एसी और सीटीवीएस विभाग हेतु 05 एसी के क्रय की प्रक्रिया जेम पोर्टल के माध्यम से की जा रही है।
डॉ. सोनकर ने बताया कि, चिकित्सालय में साइनेज बोर्ड लगाये जाने एवं अन्य नवीनीकरण कार्य करवाये जाने से संबंधित प्रस्ताव कार्यालय आयुक्त चिकित्सा शिक्षा को प्रेषित किया जा चुका है। चिकित्सालय के रेडियोडायग्नोसिस विभाग के लिए एक प्रेशर इंजेक्टर मशीन के क्रय की कार्यवाही सीजीएमएससी द्वारा की जा रही है। यह मशीन सीटी स्कैन, एमआरआई और इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी के लिए बेहद उपयोगी है।
चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. विवेक चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि, विगत बैठक में फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के अंतर्गत होने वाले पोस्टमार्टम कार्य हेतु एक नग नवीन वर्चुअल पोस्टमार्टम मशीन के क्रय किये जाने की अनुशंसा की गई थी जिसके अंतर्गत वर्तमान में मशीन का स्पेसिफिकेशन तैयार किया जा रहा है। वर्चुअल पोस्टमार्टम मशीन के लिए संबंधित फर्म को बुलाकर पहले उसका डेमोंस्ट्रेशन लिया जाएगा। उसके बाद क्रय हेतु सीजीएमएससी को मांगपत्र भेजेंगे।
डॉ. चौधरी द्वारा जानकारी दी गई कि नवीन स्वशासी नियमावली में अन्य आकस्मिक व्यय हेतु अधिष्ठाता एवं अधीक्षक को 5 लाख रुपये तक स्वीकृति एवं भुगतान की वित्तीय शक्ति प्रदान की गई है। इसके साथ ही प्रबंधकारिणी समिति को प्रतिकार्य 2 करोड़ रुपये तथा वित्त समिति को प्रतिकार्य 10 लाख रुपये व्यय की स्वीकृति प्रदान की गई है। चिकित्सालय के उपयोग हेतु 02 नग ए. एल. एस. एम्बुलेंस शीघ्र क्रय करने हेतु निर्देशित किया गया। चिकित्सालय के मनोरोग विभाग में आगामी 1 दिसंबर से नशा मुक्ति केन्द्र प्रारंभ किया जाएगा। वर्तमान में चिकित्सालय के रेडियोलॉजी विभाग में उपलब्ध सीटी स्कैन एवं एम. आर. आई. मशीन पुराने हो चुके हैं। नवीन सी. टी. स्कैन एवं एम. आर. आई. मशीन के क्रय का प्रस्ताव चिकित्सा महाविद्यालय की ओर से शासन को भेजा गया है। सीटी स्कैन एवं एमआरआई मशीन से होने वाली जांच में मरीजों की वेटिंग कम करने के लिए डीकेएस अस्पताल प्रबंधन से चर्चा हुई है। जल्द ही दिए गए निर्णयों पर क्रियान्वयन किया जाएगा। मरीजों की सीटी स्कैन एवं एमआरआई जांच डीकेएस अस्पताल में की जाएगी, जिसका भुगतान आयुष्मान योजना अंतर्गत संबंधित एजेंसी को किया जाएगा।
सामाजिक संस्थाओं सहित अन्य आम नागरिक जो मरीज के परिजनों को निशुल्क भोजन वितरण के इच्छुक हों उनके लिए चिकित्सालय परिसर में चिन्हांकित स्थान पर शेड निर्माण हेतु लोक निर्माण विभाग द्वारा प्रस्तुत किये प्राक्कलन की राशि के संबंध में पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को बुलाकर रिव्यू करने को कहा गया। इस बैठक में चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर के अधिष्ठाता डॉ. विवेक चौधरी, अम्बेडकर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संतोष सोनकर, सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. मंजू सिंह, अस्थिरोग विभागाध्यक्ष डॉ. रविकांत दास, माइक्रोबायोलॉजी विभगाध्यक्ष डॉ. निकिता शेरवानी, प्रशासनिक अधिकारी श्रीमती रंजना ध्रुव एवं उप संचालक वित्त ऋतु कौशिक उपस्थित थे।
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(Udaipur Kiran) / गायत्री प्रसाद धीवर