यमुनानगर, 11 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । सामाजिक कार्य विभाग ने आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन सेल (आईक्यूएसी) के तत्वावधान में गुरु नानक खालसा कॉलेज, यमुनानगर की एनसीसी इकाई और एनएसएस इकाई के साथ मिलकर छात्रों को नशे के बढ़ते खतरे के बारे में शिक्षित करने के लिए नशीली दवाओं की लत पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण जागरूकता की दीवार थी जिसमें कॉलेज परिसर में जागरूकता पैदा करने के लिए छात्रों द्वारा नशीली दवाओं के दुरुपयोग के बारे में बनाए गए पोस्टर प्रदर्शित किए गए। शुक्रवार को कालेज के प्राचार्य डॉ. हरिंदर सिंह कंग ने इस गंभीर मुद्दे पर जागरूकता बढ़ाने के महत्व पर जोर देते हुए बताया कि नशीली दवाओं की लत एक गंभीर चुनौती है जो हमारे युवाओं के भविष्य को प्रभावित करती है।
सामाजिक कार्य के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. हेमंत मिश्रा ने नशीली दवाओं की लत के सामाजिक प्रभावों पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षकों के रूप में यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम छात्रों को नशीली दवाओं के दुरुपयोग के विनाशकारी प्रभाव को समझने में मार्गदर्शन करें, न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य पर बल्कि परिवारों पर भी।
कार्यक्रम के दौरान, डॉ. बलजीत सिंह, डॉ. हेमंत मिश्रा, डॉ. तिलक राज, डॉ. अशोक खुराना और डॉ. रामेश्वर दास सहित संकाय सदस्यों ने छात्रों को संबोधित किया, जिन्होंने नशीली दवाओं की लत के कारणों, इसके प्रभाव पर अपनी अंतर्दृष्टि साझा की। कालेज प्रबंध समिति के अध्यक्ष रणदीप सिंह जौहर ने आयोजकों के प्रयासों की सराहना की।
(Udaipur Kiran) / अवतार सिंह चुग