जम्मू, 7 सितंबर (Udaipur Kiran) । श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय, एसएमवीडीयू में प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए चल रहे छात्र प्रेरण कार्यक्रम के हिस्से के रूप में वरिष्ठ सलाहकार और लैब मेडिसिन विभाग की प्रमुख डॉ. बीना ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग के महत्वपूर्ण मुद्दे पर व्याख्यान दिया। यह विशेषज्ञ वार्ता प्रेरण कार्यक्रम का एक प्रमुख घटक है जिसका उद्देश्य नए छात्रों को मादक द्रव्यों के सेवन से बचने के लिए आवश्यक ज्ञान और रणनीतियों से लैस करना है।
इस सत्र का एसएमवीडीयू में अकादमिक मामलों के डीन प्रो. बलबीर सिंह ने गर्मजोशी से स्वागत किया जिन्होंने युवाओं के लिए नशीली दवाओं के दुरुपयोग को संबोधित करने के महत्व को रेखांकित किया। डॉ. बीना की प्रस्तुति ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग के गंभीर परिणामों का एक व्यापक अवलोकन प्रदान किया जिसमें मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर इसके हानिकारक प्रभाव शामिल हैं। उनके भाषण का उद्देश्य जागरूकता बढ़ाना और मादक द्रव्यों के सेवन के व्यापक सामाजिक प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए रोकथाम के लिए रणनीतियाँ पेश करना था।
सत्र के बाद एसएमवीडीयू में नशा मुक्त भारत अभियान के नोडल अधिकारी डॉ. वरुण दत्ता ने प्रस्तुति दी जिन्होंने नशीली दवाओं के दुरुपयोग के हानिकारक प्रभावों को दर्शाते हुए प्रभावशाली वीडियो दिखाए। इसी बीच प्रश्नोत्तर सत्र भी हुए जिसमें छात्रों को विशेषज्ञों से सीधे जुड़ने और अपनी शंकाओं को स्पष्ट करने का अवसर मिला। इससे पहले कार्यक्रम में, एसएमवीडीयू में सहायक प्रोफेसर सुमंत एस. शर्मा ने रिश्तों में सामंजस्य पर एक आकर्षक व्याख्यान दिया जिसने नए छात्रों के लिए अभिविन्यास अनुभव को और समृद्ध किया।
कुलपति प्रो. प्रगति कुमार ने छात्रों के समग्र विकास के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने शैक्षणिक और पाठ्येतर गतिविधियों दोनों में सक्रिय भागीदारी की वकालत की।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा