पूर्वी चंपारण,08 दिसंबर (Udaipur Kiran) । मुजफ्फरपुर से रक्सौल पहुंची डीआरआई की टीम ने रविवार को रक्सौल वार्ड नंबर 19 हंस टोला में छापेमारी करते हुए अर्जुन प्रसाद गुप्ता के पुत्र संजीव गुप्ता उर्फ मामा को अभिरक्षा में लिया है।मिली जानकारी के अनुसार संजीव गुप्ता दूसरे-दूसरे व्यक्तियों के कागजात से फरेब करते हुए उनके नाम पर गलत फर्म बनाते थे और उसी फर्म पर करोड़ों का लेन-देन किया जाता था, जबकि संबंधित व्यक्ति को इस बारे में किसी तरह की जानकारी नही होती थी।
रविवार को जब डीआरआई की टीम ने छापेमारी की तो पूरे मामले का खुलासा हुआ, जिसके बाद कई ऐसे लोग जिनके नाम पर संजीव गुप्ता ने फर्जी कंपनी बना रखी थी, उनके पैरों तले जमीन खिसक गयी। फिलहाल छापेमारी में संजीव के घर से डीआरआई की टीम को कई कागजात मिले है, जिसके आधार पर आगे की जांच व पूछताछ की जा रही है।
जानकारी के अनुसार भारत-बांग्लादेश बॉर्डर के पेट्रापोल सीमा से करीब 7 करोड़ 50 लाख रुपये के यह आयात पर डीआरआई की नजर पड़ी, जिसके बाद कलकता डीआरआई की टीम ने बिहार की टीम से संपर्क किया और इसकी जांच का जिम्मा सौंपा। इसके बाद मुजफ्फरपुर की टीम ने यहां रक्सौल पुलिस के सहयोग से कार्रवाई की है। फिलहाल संजीव गुप्ता डीआरआई की अभिरक्षा में है और जांच रिर्पोट बनने के बाद जो आरोप साबित होगें, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जायेगी।
फर्म बनाने के साथ-साथ बैंक की मिलीभगत से गलत हस्ताक्षर कर संजीव गुप्ता के द्वारा खाता भी खोला जाता था, इसका भी प्रमाण डीआरआई को मिला है। दूसरे के नाम पर काम कर खुद की काली संपति बनाने के चक्कर में संजीव गुप्ता ने आठ से दस लोगों के साथ ऐसा काम किया है, जिसकी जांच चल रही है। पुलिस निरीक्षक राजीव नंदन सिन्हा ने बताया कि डीआरआई की टीम के साथ हमलोग गए थे, मामले में डीआरआई की टीम आगे की कार्रवाई कर रही हैं। छापेमारी के दौरान कई लोगों के आधार कार्ड, बैंक खाता का पासबुक, चेक के साथ-साथ कई तरह के कस्टम से संबंधित पेपर भी जब्त किये गये है, जिसका डीआरआई की टीम सुक्ष्मता के साथ अध्ययन कर रही है।
(Udaipur Kiran) / आनंद कुमार