शिमला, 30 जुलाई (Udaipur Kiran) । सांसद डॉक्टर सिकंदर कुमार ने कालका-शिमला हैरिटेज रेल लाइन का मामला राज्यसभा में उठाया। उन्होंने इस रेल लाइन को ब्राडगेज करने की मांग की। सिकंदर कुमार ने 121 वर्ष पुरानी इस रेल लाइन की खामियों व यात्रियों को पेश आ रही असुविधाओं का उल्लेख करते हुए इसके जीर्णाेद्धार का मुद्दा भी सदन के समक्ष रखा।
डॉक्टर सिकंदर कुमार ने केंद्र सरकार का ध्यान इस परियोजना को लेकर आकृष्ठ करते हुए कहा कि 1903 से लेकर आज तक ब्रिटिशकालीन इस नैरोगेज रेलवे लाईन कालका से शिमला पर यातायात जारी है। इस रेलमार्ग में 103 सुरंगे व 869 पुल बने हैं। इस रेलमार्ग में ट्रेन तीखे मोड़ों से गुजरती है। इस रेलमार्ग को विश्व धरोहर का दर्जा प्राप्त है और देश-विदेश से सैलानी इस रेलमार्ग पर सफर का आनंद लेते हैं।
डॉक्टर सिकंदर कुमार ने ससंद में कहा कि हिमाचल एक टूरिस्ट डेसटिनेशन है और लाखों-करोड़ों सैलानी हिमाचल घूमने के लिए आते हैं। इस रेलमार्ग को ब्राडगेज करने की मांग काफी समय से लम्बित है। उन्होंने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि जनहित को ध्यान में रखते हुए और हिमाचल प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इस रेलमार्ग कालका से शिमला को अविलंब ब्राडगेज किया जाए। कहा कि भले ही इस ट्रैक को विश्व धरोहर का दर्जा मिल गया है लेकिन 121 वर्ष पुराने इस ट्रैक पर कई खामियां भी हैं। इस ट्रैक पर बने कई पुल कई जगह इतने जर्जर हो चुके हैं कि स्वयं रेलवे को खतरा लिखकर चेतावनी देनी पड़ रही है। इस रेलमार्ग पर यात्रियों के लिए सुविधाओं का भी बहुत ज्यादा अभाव है।
उन्होंने सरकार से यह भी अनुरोध किया कि इस रेलमार्ग का जीर्णाेद्धार किया जाए ताकि इस रेलमार्ग पर सफर करने वाले लोगों व सैलानियों को बेहतर सुविधाएं मिल सके और किसी अनचाही घटना से भी बचा जा सके।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा शुक्ला