हरदोई, 31 जुलाई (Udaipur Kiran) l जिला क्षय रोग अधिकारी ने डा. शरद वैश्य ने बुधवार काे बताया कि एचसीएल फाउंडेशन द्वारा रीच संस्था के सहयोग से जनवरी माह से टीबी एलिमिनेशन एवं डिमोंस्ट्रेशन प्रोजेक्ट चल रहा है। प्राथमिकता के आधार पर 300 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त करने का प्रयास किया जायेगा। वर्तमान में अहिरौरी और संडीला में यह परियोजना चल रही है जहाँ टीबी के कुल 764 मरीज हैं। इन ब्लाक में क्षय रोग सम्बन्धी भ्रांतियों को दूर करने, टीबी की दवाओं का नियमित सेवन करने एवं मरीजों को पोषण एवं भावनात्मक सहयोग देने के उद्देश्य से 16 टीबी चौम्पियन काम कर रहे हैं। 763 टीबी मरीजों को गोद लिया गया है।
डा. शरद वैश्य ने बताया कि जनवरी से अब तक 2681 टीबी मरीजों को पोषण पोटली दी गयी है । कुल 409 सामुदायिक बैठकें आयोजित कर लोगों को जागरूक किया गया है। टीबी के संभावित लक्षणों वाले 784 मरीजों को टीबी की जाँच के लिए भेजा गया है। जिनमे से 34 में टीबी की पुष्टि हुयी है। टीबी मरीजों के परिवार के कुल 485 देखभालकर्ताओं की पहचान कर उन्हें प्रशिक्षण दिया गया है। एचसीएल फाउंडेशन के पुनीत शर्मा द्वारा परियोजना के बारे में विस्तार से बताया गया। रीच फाउंडेशन की राज्य स्तरीय कंसल्टेंट मुक्ता शर्मा ने टीबी मुक्त ग्राम पंचायत के बारे में विस्तार से बताया। पंचायतों को टीबी मुक्त करने के लिए किन मानकों को पूरा किया जाना है और उसके लिए किन प्रक्रियाओं को पूरा किया जाना है।
इस मौके पर हर विकासखंड के एनटीईपी स्टाफ द्वारा अपने दृअपने विकासखंड की ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त करने की कार्ययोजना बनायी गयी। इसके साथ ही पैनल डिस्कशन किया गया, जिसमें टीबी चैम्पियंस ने अपने अनुभव साझा किये। इस मौके पर एनटीईपी के जिला कार्यक्रम समन्वयक महेंद्र, पीपीएम उपदेश, हरनाम सिंह, सभी सीएचसी अधीक्षक, सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाईजर (एसटीएस), एचसीएल फाउंडेशन के ग्रुप ऑपरेशन हेड योगेश कुमार, जयशंकर राय, सेक्टर लीड डा. अभिनव पाण्डेय, फैक अल्वी, डा.भाव्या, अमन खान, रीच संस्था से डिस्ट्रिक्ट लीड राजन सुनील नायर, युनुस खान, प्रांशु गुप्ता, एचएलऍफ़ पीपीटी से भोलेनाथ मिश्रा मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran) / अंबरीश कुमार सक्सेना / शरद चंद्र बाजपेयी / मोहित वर्मा