रायपुर, 1 अगस्त (Udaipur Kiran) । रायपुर संभाग आयुक्त आईएएस डॉ. संजय अलंग के आज गुरुवार को सेवानिवृत्ति पर संभाग के सभी कलेक्टरों और अधिकारियों ने सम्मान कर विदाई दी। इस अवसर पर सभी कलेक्टरों ने उनकी सरलता, कुशल व्यवहार को याद किया। उन्हें शॉल, श्रीफल और पुष्प गुच्छ भेंट कर सम्मान किया गया।
इस अवसर पर रायपुर कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह, बलौदाबाजार कलेक्टर दीपक सोनी, धमतरी कलेक्टर नम्रता गांधी, महासमुंद कलेक्टर प्रभात मलिक, गरियाबंद कलेक्टर दीपक अग्रवाल, नगर निगम कमिशनर अबिनाश मिश्रा, जिला पंचायत सीईओ विश्वदीप समेत संभाग के अपर कलेक्टर, एसडीएम और तहसीलदार उपस्थित थे।
डॉ. अलंग ने कहा कि कोई भी कामकाज को स्मार्ट तरीके से किया जाए, इससे बेहतर कौशल का प्रभाव दिखाई देता है। प्रशासनिक अधिकारी को कार्य में कुशल होना बेहद जरूरी है। काम के साथ पारिवारिक जिम्मेदारी को बेहतर तरीके से निभाना चाहिए। दिनभर में कुछ घंटे पढ़ने-लिखने के लिए निकालना चाहिए। कोई भी काम का निरंतर अभ्यास करना जरूरी है। इससे हर काम में दक्ष होंगे साथ ही समय का सदुपयोग भी होगा। हर परिस्थितियों की पकड़ भी मजबूत होनी चाहिए।
रायपुर कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने कहा कि, डॉ. अलंग बहुमुखी प्रतिभा के धनी व्यक्ति है। डॉ. अलंग का मार्गदर्शन हमेशा से मिलता रहा है। निरंतर आगे भी मिलता रहेगा। उनकी कार्यशैली काफी प्रभावित करती रही है। डाॅ. अलंग की रूचि साहित्य में है, उसे अब और भी बेहतर कर पाएंगे।
धमतरी जिले की कलेक्टर नम्रता गांधी ने कहा कि डाॅ. संजय अलंग हर समस्याओं का समाधान तुरंत बताते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे याद है कि बार ऐसी परिस्थिति बनी थी, जब डाॅ. अलंग से फोन कर मार्गदर्शन लिया, तब उन्होंने तुरंत मार्गदर्शन दिया और तत्काल समस्या का समाधान हो गया।
गरियाबंद जिले के कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने कहा कि, साहित्य के क्षेत्र में डाॅ. अलंग का बड़ा नाम है। उनकी ख्याति देश ही नहीं, बल्कि विदेशों तक है। साथ ही राजस्व के मामले में ज्ञान का अथाह भंडार है। राजस्व प्रकरणों की बारीकियों का बेहतर तरीके से मार्गदर्शन मिलता रहा है।
महासमुंद जिले के कलेक्टर प्रभात मलिक ने कहा कि डाॅ. अलंग के साथ काम करने का अनुभव बेहद अलग ही रहा है। हमेशा कुछ नया सीखने को मिलता रहा है। डाॅ. अलंग बताते है कि कोई भी जिले के इतिहास को जानना जरूरी है और भौगोलिक परिस्थितियों को भी जानना आवश्यक है।
बलौदाबाजार जिले के कलेक्टर दीपक सोनी ने कहा कि, डाॅ. अलंग से कम समय में ही बहुत कुछ सीखने समझने को मिला है। डाॅ. अलंग से फोन पर भी बात करते समय अपनत्व लगता रहा है। डाॅ. अलंग हर समस्याओं का समाधान करने के बाद कुछ और समस्या जरूर पूछते थे।
जिला पंचायत सीईओ विश्वदीप ने कहा कि प्रारंभिक सेवा से लेकर अब तक डाॅ. अलंग का मार्गदर्शन मिलता रहा है। आगे भी उनसे मार्गदर्शन प्राप्त होता रहेगा। डाॅ. अलंग एक बेहतर प्रशासक है और उनकी छवि भी काफी अच्छी रही है।
(Udaipur Kiran) / गायत्री प्रसाद धीवर / केशव केदारनाथ शर्मा