
-देश को आत्मनिर्भर बनाने
में होगा युवाओं का अहम योगदान : कुलपति प्रो.सिंह
-सोनीपत में युवाओं को ड्रग्स
और मोबाइल से दूर रहने की सलाह
सोनीपत, 5 अप्रैल (Udaipur Kiran) । दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय,
मुरथल में शनिवार को ड्राइव अगेंस्ट ड्रग्स कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता
कुलपति प्रो. श्रीप्रकाश सिंह ने की, जबकि मुख्य वक्ता दिल्ली, द्वारका इस्कॉन के उपाध्यक्ष
अमोघ लीला प्रभु थे। अमोघ लीला प्रभु ने कहा कि युवाओं को जीवन में सफलता के लिए पढ़ाई
के दौरान ड्रग्स और मोबाइल से दूरी बनानी चाहिए। उन्होंने बताया कि अमेरिका में 28
प्रतिशत युवा स्नातक हैं, जबकि वहां रहने वाले भारतीयों में यह आंकड़ा 78 प्रतिशत है।
लीला प्रभु ने कहा कि भारत तेजी से विकास कर रहा है और इसकी
सेना विश्व की सबसे बड़ी सेनाओं में से एक है, जिसमें करीब 18 लाख जवान हैं। हरियाणा
के युवा देश की सीमा सुरक्षा के लिए सबसे अधिक सेना में भर्ती होते हैं। उन्होंने चेतावनी
दी कि पाकिस्तान और चीन ड्रग्स के जरिए भारतीय युवाओं को कमजोर करना चाहते हैं, ताकि
वे न सेना में भर्ती हो सकें, न ही देश के विकास में योगदान दे सकें। उन्होंने कहा
कि 43 प्रतिशत भारतीय युवा नौकरी के योग्य नहीं हैं, क्योंकि वे पढ़ाई को गंभीरता से
नहीं लेते और ड्रग्स की लत में पड़ जाते हैं, जिससे स्वास्थ्य और देश दोनों को नुकसान
होता है।
उन्होंने मोबाइल के दुरुपयोग पर भी चिंता जताई। एंड्रॉयड
फोन के आने से छात्रों का ध्यान फेसबुक, रील्स, यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर रहता है,
जिससे पढ़ाई प्रभावित होती है। उन्होंने सुझाव दिया कि युवा बटन वाला फोन इस्तेमाल
करें और ड्रग्स से दूर रहें। कुलपति प्रो. सिंह ने कहा कि भारतीय युवाओं में प्रतिभा
की कमी नहीं है। सिलिकॉन वैली में 40 प्रतिशत भारतीय हैं। यदि युवा ड्रग्स से बचें
और मोबाइल का सही उपयोग करें, तो भारत विश्व का सर्वश्रेष्ठ राष्ट्र बन सकता है। उन्होंने
युवाओं से समाज में जागरूकता फैलाने का आह्वान किया।
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(Udaipur Kiran) शर्मा परवाना
