
जम्मू, 12 अप्रैल (Udaipur Kiran) । जम्मू-कश्मीर वक्फ बोर्ड की अध्यक्ष डॉ. सैयद दरख्शां अंद्राबी ने शनिवार को वार्षिक उर्स की पूर्व संध्या पर ऐशमुकाम और सरबल पहलगाम में हजरत सखी जैनुद्दीन वली (आरए) की सूफी दरगाहों का दौरा किया।
उन्होंने दरगाहों पर मत्था टेका और सभी की शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना की। डॉ. अंद्राबी के साथ विभिन्न सरकारी विभागों और वक्फ बोर्ड के प्रतिनिधि भी थे। उन्होंने उर्स के लिए सुविधाओं का जायजा लिया। अंद्राबी ने ऐशमुकाम में दरगाह की ओर जाने वाले पहाड़ी बाजार का दौरा किया और आसपास की सफाई का पूरा प्रबंध करने के निर्देश दिए।
वक्फ बोर्ड की अध्यक्ष ने ऐशमुकाम और सरबल में दोनों दरगाहों पर चल रहे विकास कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने इन कार्यों को पूरा करने के लिए समय-सीमा बताई। दरख्शां ने बाद में मीडिया से बात की और आश्वासन दिया कि वक्फ बोर्ड के भीतर परिवर्तनकारी कार्य जारी रहेंगे और परिवर्तनों को वापस लेने की कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने कहा कि जो लोग वक्फ प्रणाली के भीतर पारदर्शिता और जवाबदेही से आहत हैं वे यहां वक्फ बोर्ड में बहुप्रशंसित परिवर्तनों को वापस लेने के बारे में जोर-शोर से बोल रहे हैं।
अंद्राबी ने कहा वक्फ के अवैध लाभार्थियों के विरोध के बीच जिनका सार्वजनिक संपत्तियों पर दावा निरस्त कर दिया गया था हमने परिवर्तनों को जारी रखा और अब जमीनी स्तर पर लोग हमारी सराहना कर रहे हैं और हमारा सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए हमारे सूफी केंद्रों को मजबूत करने का हमारा मिशन जारी रहेगा। सूफी आध्यात्मिक परंपरा शांति और सद्भाव में निहित हमारी पहचान है। हमें इस गौरवशाली परंपरा को मजबूत करना होगा। हमें समाज में समावेशिता की सूफी विचारधारा को बढ़ावा देकर अपने समाज को फिर से एकजुट करना होगा
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
