Jammu & Kashmir

डॉ. अंबेडकर ने संविधान में अनुच्छेद 370 को शामिल करने का विरोध किया था : बलबीर

डॉ. अंबेडकर ने संविधान में अनुच्छेद 370 को शामिल करने का विरोध किया था : बलबीर

जम्मू, 10 जनवरी (Udaipur Kiran) । संविधान गौरव अभियान के तहत विभिन्न कार्यक्रमों के सुचारू और प्रभावी संचालन के लिए जिला अध्यक्ष सुनील दत्त शास्त्री के नेतृत्व में जम्मू बोर्डर जिला ने बिश्नाह विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले अरनिया कस्बे में एक तैयारी बैठक आयोजित की। जम्मू-कश्मीर भाजपा के प्रवक्ता और पूर्व वाईस चेयर मैन बलबीर राम रत्तन इस अवसर के मुख्य वक्ता थे। जिला प्रभारी राजिंदर सिंह चिब ने संविधान गौरव अभियान के तहत बूथ, मंडल और जिला स्तर पर आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों की जानकारी दी। जिला अध्यक्ष सुनील दत्त शास्त्री ने उन पार्टी कार्यकर्ताओं को परिचित कराया जिन्हें बूथ, मंडल और जिला स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

बलबीर राम रत्तन ने कहा कि इस वर्ष देश 75वें संविधान दिवस का जश्न मना रहा है और भाजपा ने इस दिशा में विभिन्न कार्यक्रमों की एक श्रृंखला बनाई है जिसमें पार्टी के निर्वाचित प्रतिनिधि, वरिष्ठ नेता, मोर्चे आदि शामिल होंगे। इन कार्यक्रमों के माध्यम से डॉ. भीमराव अंबेडकर के संविधान निर्माण में शानदार योगदान और कांग्रेस द्वारा उनके प्रति दिखाए गए अपमान को उजागर किया जाएगा।

बलबीर राम रत्तन ने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर अपने समय के सबसे शिक्षित व्यक्तियों में से एक थे जो भारतीय संविधान के निर्माता बने। इसके अलावा वे एक महान समाज सुधारक, दलितों, महिलाओं और मजदूर वर्ग के अधिकारों के पक्षधर थे। कांग्रेस के शासन के दौरान उनके सराहनीय योगदान को दशकों तक नजरअंदाज किया गया। उन्हें असली सम्मान तब मिला जब भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में सत्ता संभाली।

डॉ. बी.आर. अंबेडकर ने भारतीय संविधान में अनुच्छेद 370 को शामिल करने का कड़ा विरोध किया था। यह प्रावधान जम्मू और कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करता था। डॉ. अंबेडकर का यह ऐतिहासिक रुख उनके समानता, एकता और भारत के एकीकरण के आदर्शों के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है। डॉ. अंबेडकर का मानना था कि अनुच्छेद 370 संवैधानिक समानता और राष्ट्रीय एकता के सिद्धांतों के विपरीत था। एक दूरदर्शी राजनेता के रूप में उन्होंने ऐसे प्रावधान से उत्पन्न होने वाली संभावित चुनौतियों को पहले ही भांप लिया था जो एक राज्य को अन्य राज्यों की तुलना में भिन्नता देता है।

इस बैठक में कार्यक्रर्मों हेतु मनोनीत जिला संयोजक भरत भूषण, जिला सह संयोजक सुकंध्या देवी, मंडल संयोजक और सह संयोजक अश्वनी सैनी, भरत भूषण सैनी, अवतार चौधरी, देवी दास, कौशल कुमार, विजय सिंह, धर्मेंद्र सिंह, जंग बहादुर, ईश्वर शर्मा और आशु सैनी ने भाग लिया।

(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा

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