Uttrakhand

शिक्षा और समाज सुधार में डॉ अम्बेडकर व महात्मा ज्योतिबा फुले का रहा अहम योगदान: रविन्द्र पुरी

कार्यक्रम के दौरान मंचासीन अतिथि

हरिद्वार, 12 अप्रैल (Udaipur Kiran) । महाविद्यालय के आन्तरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ द्वारा आज भारत रत्न डॉ. भीमराव अम्बेडकर तथा महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अपने सन्देश में श्रीमहंत रविन्द्र पुरी, अध्यक्ष, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद तथा माँ मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत रत्न डॉ. भीमराव अम्बेडकर तथा महात्मा ज्योतिबा फुले ने भारत की शिक्षा व्यवस्था तथा समाज सुधार की दिशा में अहम योगदान दिया, जिसके कारण आज भी सम्पूर्ण राष्ट्र उन्हें याद करता है।

इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. सुनील बत्रा ने अपने सन्देश में कहा कि डॉ. भीमराव अम्बेडकर एक समाज सुधारक होने के साथ-साथ, एक अधिवक्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिक और भारतीय संविधान के मुख्य निर्माताओं में से एक थे। उन्होंने आर्थिक एवं सामाजिक असमानता पैदा करने वाली सामाजिक व्यवस्था को खत्म करने की पुरजोर वकालत की।

मुख्य अधिष्ठाता छात्र कल्याण एवं आन्तरिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ के प्रभारी डॉ. संजय कुमार माहेश्वरी ने कहा कि डॉ. अम्बेडकर तथा महात्मा ज्योतिबा फुले द्वारा समाज सुधार के क्षेत्र में महत्वत्वपूर्ण कार्य किये गयें हैं। उन्होंने सामाजिक न्याय की संकल्पना को विस्तार से समझाते हुए बताया कि डॉ. भीमराव अम्बेडकर के सामाजिक न्याय की दिशा में किये गये कार्यों को भुलाया नहीं जा सकता।

इस अवसर पर बी.ए. द्वितीय सेमेस्टर की छात्र मानसी ने डॉ. भीमराव अम्बेडकर के जीवनवृत पर प्रकाश डाला तथा बीए के छात्र आदित्य नौटियाल ने डॉ. अम्बेडकर के शिक्षा सुधार में किये गए कार्यो के बारे में बताया। एम.ए. की छात्रा किरण ने डॉ. भीमराव अम्बेडकर के जीवनवृत को कविता के माध्यम से समझाया।

इस अवसर पर डॉ. शिव कुमार चौहान, डॉ. मनोज कुमार सोही, दिव्यांश शर्मा, डॉ. सरोज शर्मा, डॉ. आशा शर्मा, डॉ. अनुरीषा, डॉ. पल्लवी, रिंकल गोयल, रिचा मिनोचा, डॉ. रजनी सिंघल, डॉ. रेनू सिंह, विनित सक्सेना, डॉ. पदमावती तनेजा तथा कार्यालय अधीक्षक मोहन चन्द्र पाण्डेय आदि सहित कॉलेज के अनेक शिक्षक व कर्मचारी उपस्थित थे।

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(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

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