जम्मू, 28 अप्रैल (Udaipur Kiran) ।
मानवता के दुश्मनों के लिए उग्रवादी शब्द का इस्तेमाल करते हुए डॉ. अभिजीत जसरोटिया ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन, राजनेताओं, मीडिया और अन्य वर्गों से उन लोगों के लिए आतंकवादी शब्द का इस्तेमाल न करने को कहा।
डॉ. जसरोटिया ने कहा कि हाल ही में पहलगाम में हुआ नरसंहार एक जघन्य कृत्य था जिसकी निंदा की जानी चाहिए। उन्होंने राजनेताओं, मीडिया और जम्मू-कश्मीर प्रशासन से आग्रह किया कि वे ऐसे व्यक्तियों को आतंकवादी कहकर उनका महिमामंडन करने से बचें। उन्हें उग्रवादी कहा जाना उचित है।
इस बात पर प्रकाश डालते हुए कि अनुचित शब्दावली पीड़ित परिवारों की भावनाओं को आहत करती है और सुरक्षा बलों के बलिदान का अपमान करती है। उन्होंने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से सभी मीडिया और आधिकारिक में उग्रवादी शब्द के उपयोग को अनिवार्य करने के लिए एक औपचारिक निर्देश देने की मांग की।
(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता
