Uttar Pradesh

डबल इंजन सरकार में परिषदीय स्कूल बने नवाचार और गुणवत्ता के प्रतीक : नितिन अग्रवाल

बच्चों को बैग व पुस्तकें भेंट करते प्रभारी मंत्री नितिन अग्रवाल संग डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल
शिक्षकों को टूल किट भेंट करते प्रभारी मंत्री नितिन अग्रवाल
कार्यक्रम में बोलते प्रभारी मंत्री नितिन अग्रवाल

लखीमपुर खीरी, 26 मई (Udaipur Kiran) । कलेक्ट्रेट स्थित अटल सभागार में सोमवार को मुख्यमंत्री की ओर से बेसिक शिक्षा विभाग के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों का शुभारंभ व लोकार्पण समारोह की लाइव स्ट्रीमिंग देखी और सुनी गई। कार्यक्रम का शुभारंभ जिले के प्रभारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने विधायक योगेश वर्मा, विनोद शंकर अवस्थी, डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल, सीडीओ अभिषेक कुमार के साथ दीप जलाकर किया।

प्रभारी मंत्री ने डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल व अन्य जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में पांच शिक्षकों को टैबलेट और दाे निपुण विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। कस्तूरबा विद्यालय की छात्राओं को स्टेशनरी किट और दिव्यांग बच्चों को विशेष शैक्षिक किट वितरित कर शिक्षा में समावेशन और तकनीकी सहयोग का सशक्त संदेश दिया। परिषदीय विद्यालय की छात्राओं ने बनाई रंगोली आकर्षण का केंद्र रही। वहीं, एक छात्रा की प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम ने सभी का मन मोह लिया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रभारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने कहा कि बदलते उत्तर प्रदेश की तस्वीर आज हमारे परिषदीय विद्यालयों में साफ नजर आती है। जिन स्कूलों को कभी सुविधाओं की कमी से जोड़ा जाता था, आज वही स्कूल नवाचार, समावेशन और गुणवत्ता के प्रतीक बनते जा रहे हैं। सरकार ने तय किया कि हर बच्चा सम्मान के साथ पढ़े। इसलिए ड्रेस, किताबें, जूते, मोजे और बैग के लिए 1200 रुपये की राशि सीधे अभिभावकों के खातों में भेजी जा रही है। यह केवल एक रकम नहीं, बल्कि विश्वास का प्रतीक है कि कोई बच्चा अब सिर्फ संसाधनों की कमी से शिक्षा से वंचित न रह जाए। आठ साल पहले के हालात और आज के हालात में जमीन-आसमान का फर्क है। अब माता-पिता अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूल से निकालकर सरकारी स्कूल में दाखिला दिला रहे हैं। ऑपरेशन कायाकल्प, मुख्यमंत्री कंपोजिट विद्यालय और निपुण आकलन जैसे कार्यक्रमों के साथ उत्तर प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में एक नया इतिहास रच रहा है।

प्रभारी मंत्री ने डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल की अभिनव पहल ‘मिशन मैदान’ की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि इस पहल ने सिद्ध कर दिया है

कि जब शिक्षा को खेल, स्वास्थ्य और अनुशासन के सूत्र में पिरोया जाए, तो सिर्फ अकादमिक उपलब्धि ही नहीं बल्कि बच्चों का संपूर्ण विकास सुनिश्चित होता है। ‘मिशन मैदान’ ने लखीमपुर को निपुणता की दौड़ में आगे पहुंचाया है और अब यह रोल मॉडल हरदोई जैसे जिलों में भी लागू होगा, ताकि संपूर्ण उत्तर प्रदेश शिक्षा के इस नए आयाम से सशक्त हो सके।

बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि जिले में परिषदीय विद्यालयों में अब तक हुए नामांकन कुल 4,02,678 हैं। इनमें से 2,55,806 नोनिहालों के अभिभावकों के खातों में 1200-1200 रुपए की धनराशि भेजी गई है। अगले चरण के लिए 1,00,680 छात्रों का डेटा प्रेषित किया गया है।

प्रभारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने उपस्थिति अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ शिक्षक विमल मिश्रा, सुमित वर्मा, आशीष श्रीवास्तव, संजीव रस्तोगी व संतोष शर्मा को टैबलेट प्रदान किए गए। प्रा.वि. रतसिया के प्रमोद कुमार वर्मा और प्रा.वि. राजापुर की ऋतु अवस्थी को निपुण विद्यालय प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय, राजापुर की छात्राओं को स्टेशनरी किट व दिव्यांग बच्चों को लो विजन, ब्रेल और होमबेस्ड किट देकर शिक्षा में तकनीक व समावेशन की प्रेरणादायक मिसाल पेश की गई।

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(Udaipur Kiran) / देवनन्दन श्रीवास्तव

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