जयपुर, 15 जुलाई (Udaipur Kiran) । विधानसभा में बजट बहस के दौरान साेमवार काे कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल के बीच बहस हो गई। डोटासरा ने कहा कि मंत्रियों को एसए तक उनकी मर्जी से नहीं मिले, दिल्ली से पर्ची सही नहीं आ रही। संसदीय कार्यमंत्री पटेल ने कहा कि हमारा मुख्यमंत्री अपने प्रदेशाध्यक्ष को निकम्मा, नालायक नहीं बताता। डोटासरा ने कहा कि दिल्ली से जो पर्ची आ रही है, वह मुख्यमंत्री और मंत्रियों की सही नहीं आ रही है। मंत्रियों को मनचाहे एसए तक नहीं मिले। मंत्रियों को एसए भी 360 डिग्री परीक्षण के बाद में मिले हैं।
संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि यह बजट में कौनसी बात हो गई? हमें एसए मिला, नहीं मिला, यह कौनसा बजट है? हमारे यहां यह नहीं होता है। हमारा मुख्यमंत्री शिक्षा मंत्री की मौजूदगी में यह नहीं पूछता कि शिक्षा विभाग में रिश्वत चलती है, नहीं चलती है। हमारे यहां नहीं पूछते कि ट्रांसफर कैसे होता है।हमारा मुख्यमंत्री यह नहीं कहता है कि प्रदेशाध्यक्ष निकम्मा, नालायक है। हम यह नहीं करते हैं, हमारे यहां परंपरा नहीं है।
बजट बहस के दौरान कोलायत से भाजपा विधायक अंशुमान सिंह भाटी ने कहा कि हमारे पश्चिमी राजस्थान के सीमावर्ती जिले आज भी बुनियादी समस्याओं से जूझ रहे हैं। हमारे क्षेत्र में रेगिस्तान का फैलाव है, वहां पानी का अभाव है। न बिजली मिलती है, न शिक्षा और न चिकित्सा की पूरी व्यवस्था है। इसी कारण से लोगों को मजबूर होकर गांव छोड़कर पलायन करके शहर में जाना पड़ रहा है। खुद का गांव, खुद का घर, कोई आदमी मर्जी से छोड़ने को राजी नहीं होता, मजबूरी में ही घर छोड़ता है। भाटी ने कहा कि हमें सीमावर्ती जिलों के गांवों में बुनियादी सुविधाएं देनी होंगी। इन गांवों से पलायन रोकने के लिए पहल करनी होगी। इन जिलों की जनता हर काम के लिए सरकार पर आश्रित हैं। बजट बहस के दौरान कांग्रेस विधायक शांति धारीवाल ने भाजपा पर हमला बोला। धारीवाल ने कहा कि भाजपा गौ सेवा की बात करती है, लेकिन देश में कत्लखाने तो चल रहे हैं। कत्लखाने क्यों नहीं बंद करवाते? केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर ने कई किलो गौमांस बांग्लादेश ले जाने के लिए अपने लेटरहेड पर सिफारिश की। उस केंद्रीय मंत्री का क्या करोगे? आप गौ रक्षक हो तो आपका यह धर्म बनता है कि प्रधानमंत्री से कहो कि इस मंत्री को बर्खास्त करें।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा जब बजट पर बोल रहे थे तो आखिर में टोकते हुए मदन दिलावर ने कहा कि डोटासरा आप तो जेल जाने की तैयारी करो।
इस पर सदन में तनातनी शुरू हो गई। डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने दिलावर की टिप्पणियों पर कड़ा ऐतराज जताया। जूली ने कहा कि मंत्री कानून से ऊपर है क्या, मंत्री के पास कहां जेल भेजने के अधिकार हो गए? यह सदन में इस तरह बोलेंगे तो ठीक नहीं रहेगा। इसके बाद दूसरे विधायकों ने भी बीच में बोलना शुरू कर दिया। स्पीकर ने बीच बचाव किया। इसके बाद भी विधायक शांत नहीं हुए तो कई विधायकों को जमकर फटकार भी लगाई। बाद में स्पीकर ने कहा कि जो भी असंसदीय शब्द हैं, उन्हें हटा दिया जाएगा। भाजपा विधायक कालीचरण सराफ के ध्यान आकर्षण प्रस्ताव का जवाब देते हुए यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि जयपुर के रामबाग गोल्फ क्लब में जितनी भी गड़बड़ियां हुई हैं, उसकी जांच एसआेजी से करवाएंगे और इसके साथ ही इसे दिल्ली गोल्फ क्लब की तर्ज पर विकसित करने का काम हाथ में लिया जाएगा। फिलहाल गोल्फ क्लब की मेंबरशिप और दूसरे कामों पर सुप्रीम कोर्ट में याचिका लंबित है। इस पर फैसला होने के बाद सरकार अगला कदम उठाएगी। इससे पहले, कालीचरण सराफ ने कहा कि गोल्फ क्लब में जमकर वित्तीय गड़बड़ियां हो रही हैं। जेडीए की अनुमति के बिना यहां पर निर्माण किया जा रहा है। 15 लाख से ऊपर का खर्च कमेटी से पूछ कर किया जाना चाहिए था, लेकिन वहां के पदाधिकारी मनमाने तरीके से करोड़ों रुपए खर्च कर रहे हैं। इस क्लब की गड़बड़ियों पर जिस भी विधायक ने आवाज उठाई, उसे इसका मेंबर बना दिया गया। जयपुर में जितने भी जेडीसी रहे हैं, उन सब को इसका मेंबर बना दिया गया। क्लब जेडीए को कोई पैसा नहीं दे रहा है। किसी निर्माण के लिए भी जेडीए की अनुमति नहीं लेता है। ऐसे में सरकार को इस पर सख्त कदम उठाना चाहिए। इसकी गड़बड़ियों की जांच एसओजी से करवाना चाहिए।
प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि इस सरकार ने कांग्रेस विधायकों वाली सीटों पर बीजेपी के हारे हुए विधायक उम्मीदवारों की सिफारिश पर सड़कें मंजूर कर
दीं। जबकि जीते हुए जनप्रतिनिधियों को दरकिनार कर दिया। यह विधायकों के साथ सीधा भेदभाव है। इस पर बीजेपी विधायकों ने कड़ी आपत्ति जताई। बीजेपी विधायकों और मंत्रियों ने कहा कि हमने पूरे पांच साल कांग्रेस की सरकार में यही झेला है। इसमें नई बात कौनसी है। कुछ देर सदन में नोक-झोंक हुई। इसके बाद कांग्रेस विधायकों ने वेल में आकर नारेबाजी शुरू कर दी। काफी देर तक कांग्रेस विधायक वेल में नारेबाजी करते रहे। विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान सहकारिता का बजट कम करने के मुद्दे पर लक्ष्मण मीणा सहित कांग्रेस विधायकों ने सरकार को घेरने का प्रयास किया। बस्सी क्षेत्र में कई गांवों में ग्राम सेवा सहकारी समितियां और गोदाम नहीं होने पर कांग्रेस विधायक लक्ष्मण मीणा ने सवाल लगाया था।
सहकारिता मंत्री गौतम दक ने कहा कि जमीन उपलब्ध होने पर जीएसएस स्तर पर गोदाम बनाएंगे। सरकार सहकारी मूवमेंट को मजबूत करना चाहती है। इस पर लक्ष्मण मीणा ने कहा कि मंत्रीजी, सहकारिता का तो बजट ही घटा दिया और आप कह रहे हैं सहकारी आंदोलन को मजबूत करेंगे? बजट घटाकर सहकारिता आंदोलन मजबूत कैसे होगा, यह समझ से परे है। इस पर मंत्री दक ने कहा कि इस बजट में हम पिछली बार से पांच लाख ज्यादा किसानों को ब्याज मुक्त फसली कर्ज दे रहे हैं। नए जीएसएस और उनमें गोदाम बनाएंगे। बजट कहां घटाया? सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत ने विधानसभा में सवाल के जवाब में कहा कि सीकर में एससी हॉस्टल के लिए कांग्रेस सरकार ने जमीन आवंटित की। उसी जमीन को निरस्त कर दिया। इससे जाहिर है कांग्रेस सरकार दलित समाज के साथ न्याय नहीं करना चाहती थी। इनकी कथनी और करनी में अंतर है। पिछली सरकार में दलित समाज के साथ अन्याय हुआ। अब से उच्च शिक्षा और दोनों विभाग मिलकर सीकर में हॉस्टल खोलने के लिए उचित कार्यवाही करेंगे। धोद से बीजेपी विधायक गोरधन वर्मा ने कहा कि हम जब भी एसी/एसटी के हॉस्टल के लिए प्रस्ताव भिजवाएं, तो उसे पूरा करें। सीकर संभाग बन चुका है, लेकिन आज तक वहां एससी छात्रों के लिए हॉस्टल नहीं है।
(Udaipur Kiran) / रोहित