Uttrakhand

बाल मजदूरी और भिक्षावृत्ति जैसी कुचक्र में फंसे बच्चों का खेवनहार बनेगा दून प्रशासन

ऋषिपर्णा सभागार में भिक्षावृति मुक्त देहरादून के संबंध में बैठक करते जिलाधिकारी सविन बंसल।

– डीएम बोले, शिक्षा का उजियारा फैला बच्चों को दिखाएंगे जीवन की नई राह

– भिक्षावृति रोकने के लिए जिला प्रोबेशन अधिकारी नोडल अधिकारी नामित

देहरादून, 08 सितंबर (Udaipur Kiran) । बाल मजदूरी और भिक्षावृत्ति जैसी कुचक्र में फंसे बच्चों का अब दून प्रशासन खेवनहार बनेगा। देहरादून के नए जिलाधिकारी सविन बंसल ऐसे जरूरतमंदों की जिंदगी में शिक्षा का उजियारा फैलाने के साथ उन्हें जीवन की नई राह दिखाएंगे और भिक्षावृत्ति जैसी कुरीतियों से मुक्त करेंगे।

जिलाधिकारी सविन बंसल की अध्यक्षता में ऋषिपर्णा सभागार में भिक्षावृति मुक्त देहरादून के संबंध में बैठक हुई। भिक्षावृत्ति को लेकर जिलाधिकारी सविन बंसल ने सख्त लहजे में कहा कि मुझे मेरे जनपद में कोई भी बच्चा भिक्षावृत्ति करता न दिखे। उन्होंने कहा कि नौनिहाल देश के भविष्य हैं। उन्हें भिक्षा नहीं, शिक्षा जरूरी है। इस दिशा में प्रभावी कदम उठाए जाएं। सीडब्लूसी, आश्रय ट्रस्ट एवं अन्य समाजसेवी संगठनों ने जिलाधिकारी की पहल को सराहनीय कदम बताया।

जिलाधिकारी की पहल पर बच्चों को इंटेंसिव केयर सेंटर में विधिवत प्रवेश दिलाते हुए अनुकूल माहौल में शिक्षा मुहैया कराई जाएगी। दो रेस्क्यू वाहन 24 घंटे पेट्रोलिंग कर भिक्षावृत्ति की चेन तोडे़ंगे। इसके लिए मोबाइल यूनिट बढ़ाई जाएगी। छह मोबाइल एजुकेशन वाहन उपलब्ध कराई जाएगी। यह वाहन शहर में घूमकर बच्चों को रेस्क्यू कर सीडब्ल्यूसी में लाएंगे। जल्द ही जनपद में दो पेट्रोलिंग वाहन का शुभारंभ किया जाएगा। भिक्षावृति रोकने के लिए जिला प्रोबेशन अधिकारी मीना बिष्ट को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। अभियान को सफल बनाने के लिए जिलाधिकारी ने 12 होमगार्ड-पीआरडी की तैनाती जिला प्रोबेशन अधिकारी के साथ करने के निर्देश दिए हैं।

बच्चों के लिए बनेगा इंटेंसिव केयर सेंटर, शैक्षिक परिवेश से पढ़ाई के प्रति बढ़ेगी रूचि

जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षाधिकारी प्रदीप रावत को निर्देश दिए कि इंटेंसिव केयर सेंटर का प्रस्ताव बनाए। सेंटर में बच्चों के लिए इस प्रकार से शैक्षिक वातावरण तैयार की जाएगी जिससे बच्चे उक्त परिवेश के प्रति आकर्षित हों। इससे बच्चों का खिचाव स्कूल एवं अन्य क्रियाकलापों के प्रति होगा और पढ़ाई के प्रति रूचि बढ़ेगी। इस दिशा में सीडब्लूसी के पदाधिकारी, आसरा ट्रस्ट, सपर्मण सोसायटी सहित अन्य संगठन के पदाधिकारी एवं मुख्य शिक्षाधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी, श्रम विभाग, बाल विकास विभाग, समाज कल्याण, पुलिस समेत संबंधित विभाग प्रभावी कार्य करेंगे।

डीएम की आम जनमानस से अपील, भीख के बदले मासूम बच्चों काे दें शिक्षा

जिलाधिकारी ने कहा कि भिक्षावृत्ति में फंसे बच्चों के परिजनों को इन मासूम बच्चों की पढ़ाई के लिए जागरूक किया जाएगा। साथ ही सामाजिक संगठनों की मदद से इन मासूमों का स्कूलों में दाखिला कराया जाएगा। इतना ही नहीं, उन लोगों को भी इसके लिए जागरूक किया जाएगा जो इन बच्चों को भीख देते हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि उन लोगों से भी अनुरोध है जो बच्चों को भीख देते हैं वो भीख देना बंद करें, बल्कि भीख के बदले इन मासूम बच्चों को शिक्षित करने का प्रयास करें, जिससे आने वाले दिनों में भिक्षावृत्ति में फंसे बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो।

इस दौरान अपर जिलाधिकारी प्रशासन जय भारत सिंह, अपर मुख्य नगर आयुक्त नगर निगम बीर सिंह बुदियाल, डॉ. राजीव दीक्षित, पुलिस क्षेत्राधिकारी अनिल जोशी, जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास जितेंद्र कुमार, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष रश्मि कुलश्रेष्ठ, आसरा से अमित बलोदी, समर्पण सोसायटी से मानसी मिश्रा, समाजसेवी किशोर, कविता पांडेय, वीईसीडी माया नेगी, सीडब्ल्यूसी से पूजा शर्मा आदि उपस्थित थे।

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(Udaipur Kiran) / कमलेश्वर शरण

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