Jammu & Kashmir

डोगरी संस्था जम्मू ने जगदीप दुबे की तीन डोगरी पुस्तकों का विमोचन किया

डोगरी संस्था जम्मू ने जगदीप दुबे की तीन डोगरी पुस्तकों का विमोचन किया

जम्मू, 24 मार्च (Udaipur Kiran) । डोगरी संस्था जम्मू ने जम्मू के कर्ण नगर स्थित कुंवर वियोगी ऑडिटोरियम में आयोजित एक सादे लेकिन प्रभावशाली समारोह में प्रसिद्ध डोगरी लेखक जगदीप दुबे की तीन पुस्तकों का विमोचन किया। इस अवसर पर प्रख्यात डोगरी और अंग्रेजी लेखक दर्शन दर्शी मुख्य अतिथि थे, विशिष्ट अतिथि जम्मू-कश्मीर कला, संस्कृति और भाषा अकादमी के पूर्व अतिरिक्त सचिव डॉ. अरविंदर सिंह ‘अमन’ थे, जबकि प्रमुख डोगरी लेखिका, भाषाविद् और डोगरी संस्था जम्मू की उपाध्यक्ष प्रो. वीणा गुप्ता ने समारोह की अध्यक्षता की। ये तीनों पुस्तकें अर्थात् ‘ दोंऊ अदधे इक पूरा’ , लघु कथाओं का संग्रह है, जबकि ‘ नोटिस ‘ और ‘ कनीज़ ‘ रंगमंचीय नाटक हैं।

समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि दर्शन दर्शी ने कहा कि जगदीप दुबे लघु कथाओं और नाटकों के लिए डोगरी साहित्य में एक जाना-माना नाम हैं। मातृभाषा के प्रति उनका समर्पण और भाषा पर उनकी पकड़ भी सराहनीय है। उन्होंने कहा कि पंडित दीनू भाई पंत द्वारा लिखित ‘सरपंच’ के साथ ही हमारी मातृभाषा को एक क्लासिकल नाटक का सौभाग्य प्राप्त हुआ था। समय के साथ-साथ डोगरी लेखकों ने इस साहित्य विधा में अपना योगदान दिया। डॉ. अरविंदर सिंह ‘अमन’ ने भी नाटककार को डोगरी में लगातार लिखने और लघु कथाओं तथा रंगमंचीय नाटकों के रूप में डोगरी भाषा को एक अच्छा साहित्य प्रदान करने के लिए बधाई दी। उन्होंने आगे कहा कि जो लोग कहते हैं कि डोगरी भाषा में कुछ ही रंगमंचीय नाटक उपलब्ध हैं, उन्हें इस विषय पर गहन शोध करना चाहिए, क्योंकि मातृभाषा में कई गुणवत्तापूर्ण नाटक लिखे गए हैं और दुबे का योगदान भी सराहनीय है।

प्रो. वीणा गुप्ता ने अपने अध्यक्षीय भाषण में जगदीप दुबे को उनकी साहित्यिक कृतियों के माध्यम से मातृभाषा को लगातार समृद्ध करने के लिए बधाई दी। उन्होंने पुस्तकों का स्वागत करते हुए कहा कि इससे स्थानीय नाट्य निर्देशकों को स्थानीय विषय-वस्तु पर आधारित नाटकों के निर्माण और निर्देशन के लिए अधिक विकल्प मिलेंगे। हिंदी के जाने-माने लेखक डॉ. आदर्श ने इन पुस्तकों पर विस्तृत शोधपत्र प्रस्तुत किया। जगदीप दुबे ने उपस्थित लोगों के साथ अपनी साहित्यिक यात्रा भी सांझा की और रेडियो नाटकों से शुरू हुए नाटक लिखने के अपने जुनून के बारे में विस्तार से बात की। डोगरी संस्था के साहित्यिक सचिव सुशील बेगाना ने कार्यक्रम का संचालन किया और प्रसिद्ध रंगमंच कार्यकर्ता और डोगरी कवि पवन वर्मा, जो संस्था के कोषाध्यक्ष भी हैं, ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। पुस्तक विमोचन समारोह में जगदीप दुबे के परिवार के सदस्यों सहित बड़ी संख्या में साहित्यकार, साहित्य प्रेमी शामिल हुए।

(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा

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