उज्जैन, 25 अगस्त (Udaipur Kiran) ।भारत सरकार के औषधि नियंत्रण विभाग ने मेडिकल स्टोर्स संचालकों को चेतावनी देते हुए एक एडवायजरी जारी की है। निर्देश दिए हैं कि मेडिकल स्टोर्स संचालक अपने काउंटर से आम आदमी के द्वारा मांगने पर उल्लेखित तीन दवाईयां न बेचें। ऐसा होने से मरीज को आराम मिलने की जगह समस्या खड़ी हो जाएगी।
भारत सरकार के औषधि नियंत्रण विभाग के हेड के आर चावला ने यह एडवायसरी रिटेल डिस्ट्रीब्यूशन केमिस्ट एलायंस,नई दिल्ली के अध्यक्ष संदीप नानगिया को पत्राचार द्वारा जारी की है। इसमें बताया गया है कि-”डेंगू और चिकनगुनिया के मरीज काफी तादात में आ रहे हैं। ऐसे में देशभर के सभी रिटेल केमिस्ट, आरएमपी, बंगाली डॉक्टर, कम्पाउण्डर, नर्स, बाईजी एवं आम आदमी को सूचना दी जाती है कि उन्हे उक्त बीमारी होने पर बॉडी पेन होता है, सरदर्द होता है, तेज बुखार आता है तो वे सीधे डॉक्टर के पास जाएं और उनके पर्चे के आधार पर दवाई बाजार से खरीदें। सामान्यतया आम आदमी मेडिकल स्टोर्स पर जाता है और रिटेल काउंटर से उसे एस्प्रीन,डायक्लोफेन ग्रुप की मेडिसीन,आयब्रूृप्रोफेन दे दी जाती है। जोकि तुरंत दर्द निवारक होती है। लेकिन इससे मरीज के प्लेटलेट्स को काफी नुकसान पहुंचता है। जाने-अनजाने में ये दवाईयां मरीज को लाभ की जगह नुकसान पहुंचा देती है। यदि कोई ऐसा मरीज आता भी है तो उसे प्लेन पेरासिटामाल दे दें। इसके अलावा अन्य कोई दवाई न दें। इस आदेश का पालन सभी को करना है।
दर्द निवारक दवाईयों का स्टॉक प्रदर्शित करें
श्री चावला ने अपने निर्देश में कहा है कि देशभर के सभी मेडिकल स्टोर्स संचालक अपने यहां दर्द निवारक दवाईयों का स्टॉक प्रदर्शित करें। यदि आदेश का उल्लंघन पाया जाता है तो संबंधित मेडिकल स्टोर्स संचालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इधर संदीप नानगिया से आग्रह किया गया है कि वे इस आदेश/एडवायजरी को देशभर के संगठन से जुड़े सदस्यों को भेजें।
उज्जैन जिले के औषधि निरीक्षक धर्मसिंह कुशवाह से इस संबंध में चर्चा की गई तो उन्होने कहाकि जिले के सभी मेडिकल स्टोर्स के संचालकों को निर्देश दिए जा चुके हैं कि वे दर्द निवारक दवाईयों का स्टॉक रखे। आकस्मिक निरीक्षण होगा। गड़बड़ी पाई जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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(Udaipur Kiran) / ललित ज्वेल / राजू विश्वकर्मा