

लखीमपुर खीरी, 15 अप्रैल (Udaipur Kiran) । बच्चों की शिक्षा के साथ लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी ये शब्द थे डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल के, जब उन्होंने मंगलवार को मोतीपुर के प्राथमिक विद्यालय का औचक निरीक्षण किया और वहां जो देखा, उससे वह हैरान भी हुईं और नाराज़ भी।
विद्यालय में समय से पहले छुट्टी, डीएम ने लिया संज्ञान
करीब 12:50 बजे जब डीएम प्राथमिक विद्यालय मोतीपुर पहुँचीं, तो विद्यालय लगभग खाली था। अधिकांश बच्चे घर जा चुके थे। विद्यालय की प्रधानाध्यापिका ने बताया कि वह दोपहर 02 बजे से आयोजित संकुल मीटिंग में शामिल होने जा रही थीं, इसलिए बच्चों को समय से पहले अवकाश दे दिया गया। यह सुनते ही डीएम का चेहरा सख़्त हो गया। उन्होंने इसे गंभीर लापरवाही करार देते हुए मौके पर ही कार्रवाई के निर्देश दे दिए।
वेतन और मानदेय रोकने का आदेश
डीएम ने बीएसए को इं. प्रधानाध्यापक दीपा चौधरी, सहायक अध्यापिकाएं नीलम और सोनू रानी वर्मा का वेतन बाधित करने और शिक्षामित्र ममता सिंह, शालिनी अवस्थी, वंदना वर्मा व आरती देवी का मानदेय रोकने के निर्देश दिए। इसके साथ ही जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को सभी शिक्षकों से स्पष्टीकरण प्राप्त करने को कहा गया।
बच्चों से संवाद, मिड डे मील की जांच
घर लौट रहे बच्चों को देखकर डीएम ने उन्हें रोका और सीधे संवाद किया। उन्होंने मिड डे मील की गुणवत्ता, भोजन की नियमितता और स्कूल में पढ़ाई की स्थिति के बारे में सवाल पूछे। डीएम ने तत्काल निर्देश दिया कि दोपहर 2 बजे तक सभी बच्चों को विद्यालय में रोका जाए और शैक्षणिक गतिविधियां पूरी लगन से चलाई जाएं।
उच्च प्राथमिक विद्यालय में भी परखा ज्ञान, पूछे सवाल
इसके बाद डीएम उच्च प्राथमिक विद्यालय मोतीपुर पहुँचीं। वहाँ उन्होंने कक्षा-कक्षों में जाकर बच्चों से सीधा संवाद किया। बच्चों से पढ़ाई के स्तर को परखने के लिए प्रश्न पूछे। साथ ही मिड डे मील की गुणवत्ता, शिक्षकों की उपस्थिति और कक्षा संचालन की स्थिति का भी गहन निरीक्षण किया।
(Udaipur Kiran) / देवनन्दन श्रीवास्तव
