Bihar

बाढ नियंत्रण को लेकर डीएम नें की कार्यों की समीक्षा 21स्थानों पर पशुधन पेयजल की व्यवस्था

समीक्षा में शामिल अधिकारी

नालंदा,बिहारशरीफ, 10 जून (Udaipur Kiran) । नालंदा जिले के डीएम ने बाढ़ नियंत्रण क्षेत्र के कार्यपालक अभियंताओं (बिहारशरीफ, एकंगरसराय, हिलसा) को निर्देश दिया कि सभी रिंग बांधों की मरम्मत कार्य समय रहते हर हाल में पूर्ण कराये। उन्होंने स्पष्ट कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

जिला पदाधिकारी ने कहा कि बाढ़ संभावित अति संवेदनशील क्षेत्रों में ईसी बैग, बालू से भरे बैग, श्रमिक, जनरेटर, वाहन, लाइट, सामुदायिक रसोई, मवेशी चारा, ऊंचे स्थल चिन्हित करने आदि की पूर्व से व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। साथ ही बाढ़ पूर्व ही सभी आवश्यक संसाधनों को स्टॉक कर लिया जाए।सभी अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी और अंचलाधिकारी को निर्देश दिए गए कि वे अपने क्षेत्र के अति संवेदनशील प्रखंड, पंचायत, गांव और टोले को चिन्हित कर, राज्य सरकार द्वारा निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार बाढ़ पूर्व तैयारी सुनिश्चित करें।

नालंदा जिले के 20 प्रखंडों के अंतर्गत आने वाले कई गांव और पंचायतों को बाढ़ अति संवेदनशील क्षेत्र के रूप में चिन्हित किया गया है।

अपर समाहर्ता (आपदा) ने बताया कि सभी अंचलों में पंचायत स्तर पर राहत एवं बचाव दल गठित किए गए हैं, जिसमें राजस्व कर्मचारी, पंचायत सेवक, टोला सेवक, आवास सहायक, विकास मित्र आदि को शामिल किया गया है। समय-समय पर एनडीआरएफ/एसडीआरएफ टीम द्वारा स्कूलों और पंचायतों में मॉकड्रिल आयोजित कर लोगों को जागरूक किया जाएगा।आपदा पोर्टल फिलहाल बंद है, लेकिन पुनः खुलते ही चिन्हित परिवारों का सत्यापन एवं आधार सीडिंग कार्य पुनः प्रारंभ किया जाएगा।

ग्रामीण कार्य विभाग के माध्यम से बाढ़ से पूर्व सभी सड़कों पर स्थित पुल एवं पुलियों की सफाई का कार्य प्रगति पर है। संवेदकों को आवश्यक यंत्र-सामग्री जैसे जेसीबी, ट्रैक्टर, खाली बैग, बांस-बल्ला, बालू आदि की तैयारी रखने को कहा गया है।कृषि विभाग द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में वैकल्पिक खेती को बढ़ावा देने की दिशा में आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। पशुपालन विभाग ने चारे की दरों का निर्धारण कर 21 स्थानों पर पशु पेयजल की व्यवस्था की है।

जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा कुल 19 प्रकार की आवश्यक मानव दवाएं जिला स्वास्थ्य भंडार में उपलब्ध कराई गई हैं। बाढ़ की स्थिति में स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारु बनाए रखने हेतु तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।डीएम कुंदन कुमार ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे बाढ़ से पहले समुचित तैयारी सुनिश्चित करें, ताकि आपदा की स्थिति में जनधन की क्षति को रोका जा सके।

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(Udaipur Kiran) / प्रमोद पांडे

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