दाैसा, 26 जुलाई (Udaipur Kiran) । उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने कांग्रेस विधायक अमीन कागजी पर तीखा हमला बोला है। अमीन कागजी के बेचारी मैडम बोलने पर दीया ने कहा कि उन्हें महिलाओं का सम्मान करना नहीं आता।
उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी शुक्रवार को दौसा के शहीद स्मारक पर कारगिल विजय दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बात कर रही थीं। दीया कुमारी ने कहा कि उनका (कागजी) यह बयान निंदनीय है। उन्होंने यह टिप्पणी इसलिए की, क्योंकि उन्हें आपत्ति है कि भाजपा ने एक महिला को वित्त मंत्री कैसे बना दिया। उप मुख्यमंत्री कैसे बना दिया। उन्हें महिला का सम्मान करना नहीं आता। उनके मंत्री (शांति धारीवाल) ने कहा था कि राजस्थान मर्दों का प्रदेश है। प्रदेश में रेप के मामले हो रहे हैं तो गलत बात नहीं है। ऐसी उनकी और उनकी पार्टी की मानसिकता है तो क्या उम्मीद कर सकते हैं? दीया कुमारी ने विधानसभा में 10 जुलाई को करीब तीन घंटे खड़े रहकर बजट प्रस्तुत किया था।
उल्लेखनीय है कि 23 जुलाई को सदन में अनुदान मांगों पर बहस के दौरान कांग्रेस विधायक अमीन कागजी ने तंज कसते हुए कहा था कि भजनलाल सरकार का पहला पूर्ण बजट उन अधिकारियों ने बनाया, जिन्होंने गहलोत सरकार में बनाया था। हां यह जरूर है कि कांग्रेस जो बड़े-बड़े ऐलान करती थी, उनको आपने छोटे-छोटे टुकड़ों में बांट दिया। मतलब इसके लिए हम 500-500 करोड़ रुपए जारी करने का प्रस्ताव करते थे, उसको आपने पांच-पांच करोड़ रुपए में कर दिया। इसलिए बेचारी मैडम को पौने तीन घंटे तक खड़ा रहना पड़ा।
मदन राठौड़ को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बनाए जाने के सवाल पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि साधारण कार्यकर्ता से उन्हें यह पद और सम्मान मिला। पार्टी मजबूती से काम करेगी। दौसा लोकसभा सीट पर भाजपा की हार और उप चुनाव को लेकर उन्हाेंने कहा कि हम दौसा में जीतने का प्रयास करेंगे। साथ ही उप चुनाव की सभी पांच सीटें जीतेंगे। बजट में दौसा को काफी कुछ दिया गया है। आगे भी दौसा ही नहीं बल्कि पूरे राजस्थान के लिए काम करेंगे। कांग्रेस सरकार ने सपने दिखाने के अलावा कुछ नहीं किया। ईआरसीपी योजना को वित्तीय मंजूरी मिल चुकी है। जल्द इस पर काम शुरू होगा। अभी तो भाजपा की सरकार आई ही है। सत्ता में आते ही हमने काम कर दिया। इलाके को योजना का लाभ मिलेगा। पानी की समस्या का परमानेंट इलाज होगा। बिजली के क्षेत्र में भी सीएम काम कर रहे हैं।
कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं एक सैनिक की बेटी हूं, इसलिए सैनिकों की समस्याओं को अच्छी तरह से जानती हूं। सैनिक की कोई जाति नहीं होती, बल्कि वह देश के लिए जीता और बलिदान देता है। इस बजट में हर क्षेत्र को कुछ न कुछ मिला है। सैनिक किसान भी होता है, महिला और युवा भी होता है। वह हर प्रकार से समाज से जुड़ा होता है। सैनिक सबसे ज्यादा सम्मानित दर्जा है। हम आपके सामने कुछ नहीं हैं। उन्होंने पूर्व सैनिकों को समस्याओं के समाधान का भरोसा दिलाया। उन्हाेंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा सैनिकों की भावनाओं का सम्मान किया है। वे त्योहार सैनिकों के बीच में ही मानते आए हैं। राज्य सरकार हर मुद्दे पर संवेदनशील होकर काम कर रही है। पूर्व सैनिकों का प्रतिनिधिमंडल जयपुर आकर मिले, उनकी समस्याएं सरकार के सामने रखेंगे, जल्द ही समाधान करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कारगिल विजय दिवस हमारे शहीद सैनिकों, उनके परिजनों और देशवासियों के लिए एक अविस्मरणीय क्षण है। शहीदों का बलिदान कभी भुलाया नहीं जा सकता।
(Udaipur Kiran) / रोहित