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कोलकाता, 14 फरवरी (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल में प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती घोटाले में सीबीआई की चार्जशीट ने नया विवाद खड़ा कर दिया है। चार्जशीट में कई प्रभावशाली नेताओं के नाम सामने आए हैं, जिनमें तृणमूल कांग्रेस के सांसद दिव्येंदु अधिकारी, पूर्व भाजपा नेता भारती घोष और पूर्व सांसद ममताबाला ठाकुर सहित कुल 20 लोगों के नाम शामिल हैं।
सीबीआई की जांच में यह बात सामने आई है कि इन प्रभावशाली लोगों ने कई उम्मीदवारों की सिफारिश की थी, जिनमें से कई को नौकरी भी मिल गई। इस खुलासे के बाद राज्य की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। विपक्ष ने इसे भ्रष्टाचार का बड़ा उदाहरण बताते हुए राज्य सरकार को घेरा है।
सीबीआई ने प्राथमिक शिक्षक भर्ती घोटाले में जो चार्जशीट दाखिल की है, उसमें कई प्रभावशाली लोगों के नाम दर्ज हैं। जांच एजेंसी के अनुसार, इन लोगों ने विभिन्न उम्मीदवारों के नामों की सिफारिश की, जिससे उन्हें नौकरी मिलने में मदद मिली। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि यह सिफारिशें किस आधार पर की गई थीं और इसमें कितनी आर्थिक लेन-देन हुई।
इस मामले को लेकर तृणमूल कांग्रेस और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। विपक्ष का कहना है कि यह घोटाला राज्य में भ्रष्टाचार की गहरी जड़ें दिखाता है। दूसरी ओर, तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि जब तक कानूनी प्रक्रिया पूरी नहीं होती, किसी को भी दोषी नहीं ठहराया जा सकता।
सीबीआई इस मामले में और भी लोगों से पूछताछ कर सकती है।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
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