– क्षेत्र में किसी भी तरह के विकास संबंधी अनुमति के लिए मॉनिटरिंग समिति की अनुशंसा अनिवार्य रहेगीः दीपक सिंह
– संभागायुक्त की अध्यक्षता में रालामंडल अभ्यारण इको सेंसेटिव झोन परियोजना की समीक्षा बैठक आयोजित
इन्दौर, 25 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । रालामंडल अभ्यारण के इको सेंसिटिव झोन में किसी भी तरह की कमर्शियल गतिविधियां न हो, इसके लिए विशेष प्रयास और निगरानी रखी जाए। रालामंडल के इको सेंसिटिव झोन अंतर्गत सीमा क्षेत्र की मार्किंग की जाए। उक्त सीमाकंन की विस्तृत जानकारी कलेक्टर, कॉलोनी सेल, आईडीए, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सहित अन्य विभागों को प्रदान की जाए, किसी भी तरह के डेव्हलपमेंट संबंधी अनुमति के लिए अनिवार्य रूप से मॉनिटरिंग समिति की अनुशंसा सुनिश्चित हो। एक जांच समिति गठित की जाए, जो रालामंडल अभ्यारण के सेंसेटिव झोन में निर्माण और विकास की जांच करेंगी। इस समिति में वन, राजस्व, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग सहित अन्य विभाग के अधिकारियों को सम्मिलित किये जाए।
यह निर्देश इन्दौर संभागायुक्त दीपक सिंह ने शुक्रवार को रालामंडल अभ्यारण इको सेंसेटिव झोन स्थित परियोजना की समीक्षा बैठक में दिये। बैठक में सीसीएफ एमआर बघेल, डीएफओ मयंक सिंह सोलंकी, अपर कलेक्टर गौरव बेनल, उपायुक्त सपना लोवंशी, रालामंडल अभ्यारण अधीक्षक योहन कटारा सहित प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग सहित अन्य विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।
संभागायुक्त ने निर्देश दिए कि रालामंडल अभ्यारण के लिए आंतरिक महा योजना अंतर्गत मास्टर प्लान तैयार किये जाने के लिए कंसल्टेंट नियुक्ति का प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत किया जाए, जिससे इस अभ्यारण में इको टूरिज्म की संभावनाओं को मूर्त रूप प्रदान किया जा सके। संभागायुक्त ने निर्देश दिए कि रालामंडल अभ्यारण मॉनिटरिंग समिति की बैठक निर्धारित अवधि में अनिवार्य रूप से आयोजित की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि रालामंडल कंट्रोल एरिया अतंर्गत जारी दिशा निर्देशों का अक्षरशः पालन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने रालामंडल अभ्यारण में स्थित पशु-पक्षियों, वनस्पति आदि पर सचित्र बुक तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने रालामंडल अभ्यारण क्षेत्र के लिए इको टूरिज्म के लिए विशेष प्रयास किये जाने के भी निर्देश दिए।
(Udaipur Kiran) तोमर