
भागलपुर, 6 मार्च (Udaipur Kiran) । पीस सेंटर परिधि के तत्वावधान में चल रहे महिला दिवस सप्ताह के तहत गुरुवार को भागलपुर के अंबेडकर चौक (स्टेशन चौक) पर राहगीरों के बीच पर्चा वितरण और नुक्कड़ सभा का आयोजन किया गया।
इस मौके पर परिधि के अध्यक्ष ललन ने कार्यक्रम की भूमिका रखते हुए कहा कि आज से लगभग तीन दशक पूर्व हम लोगों ने जब महिला मुद्दों को केंदीय मुद्दा बनाने के लिए भागलपुर में महिला दिवस आयोजित करने की परंपरा शुरू की थी तो उस वक्त बहुत कम बल्कि नहीं के बराबर संस्थाओं द्वारा महिला दिवस मनाया जाता था। आज बहुत सी संस्थाएं महिला दिवस मनाकर महिला मुद्दों को उजागर कर रही है। ये उस चेतना का ही असर है कि हमसे जुड़े रहे। कार्यकर्ताओं ने हमसे अलग होने के बावजूद भी इसे जारी रखा है। परिधि के निदेशक उदय ने कहा कि पंचायती राज व्यवस्था, विद्यालय शिक्षा समिति जैसी अनेक संस्थाएं तभी कारगर हो सकती हैं जब महिला स्वनिर्णय की स्थिति में आ जाय। पंचायती राज व्यवस्था लागू हुए इतने वर्ष हो गए तब भी मुखिया पति और मुखिया प्रतिनिधि की हनक कायम है। यह लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए खतरनाक संकेत है। संचालन करते हुए सुषमा ने कहा कि महिलाओं से संबंधित तीन दर्जन से अधिक कानून बने हुए हैं फिर स्थिति ढाक के तीन पात है। अंत में सुषमा ने आठ मार्च को दो बजे कला केंद्र में आयोजित महिला चौपाल में आने का सबों को न्यौता भी दिया।
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(Udaipur Kiran) / बिजय शंकर
