गोपेश्वर, 30 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में कृषि एवं उद्यान, पशुपालन, मत्स्य,रीप, डेयरी विकास विभाग की समीक्षा बैठक ली।
बैठक में स्वयं सहायता समूहों के सीएलएफ में अवशेष धनराशि, जिला योजना, केन्द्र एवं राज्य सेक्टर योजनाओं, मनरेगा एवं अन्य विभागीय योजनाओं के समन्वयन, शीतकालीन पौधों के वितरण को लेकर चर्चा की गई।
जिलाधिकारी ने कृषि अधिकारी को हाड्रोपोनिक्स पद्वति पर काम करने और इस तकनीकी का प्रशिक्षण देने, कोठियालसेंण में उद्यान की खाली पड़ी भूमि पर चारा को लेकर पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में काम करने, जनपद के सेब उत्पादित क्षे़त्र नीती, मलारी, बडगांव के मध्य में कोल्ड स्टोरेज के लिए भूमि चयनित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने पशुपालन अधिकारी को जिलासू में हैचरी डेवलेप करने के साथ ही थराली में विकसित गोट वैली का पशुपालन की टीम के साथ निरीक्षण करने और जनपद में गोट वैली के तहत किए जा रहे कार्यो की प्रजेन्टेशन के माध्यम से जानकारी देने के निर्देश दिए। साथ ही मत्स्य विभाग को ट्राउट का क्लस्टर विकसित करने के निर्देश दिए। इस दौरान सहायक निबंधक, सहकारिता को योजनाओं की पूर्ण जानकारी न होने पर नाराजगी जताते हुए अगली बैठक में पूर्ण तैयारी के साथ आने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नन्दन कुमार, अपर परियोजना निदेशक केके पन्त, कृषि अधिकारी जयप्रकाश तिवारी आदि मौजूद थे।
(Udaipur Kiran) / जगदीश पोखरियाल