कानपुर, 19 जनवरी (Udaipur Kiran) । जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने रविवार को नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नवाबगंज का जायजा लेने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र में कई खामियों के साथ कर्मचारी अपनी ड्यूटी से नदारद दिखे। इस पर उन्होंने नाराजगी जाहिर करने के साथ वहां का रजिस्टर भी जांचा। जिसमे पांच कर्मचारी नदारद पाए गए। इस पर उन्होंने सीएमओ को निर्देशित करते कहा कि जितने भी कर्मचारी नदारद है उनका वेतन रोका जाए और आवश्यकता पड़ने पर उन पर विभागीय कार्रवाई भी की जाए।
स्वास्थ्य केंद्र में जिलाधिकारी के पहुंचते ही वहां मौजूद कर्मचारियों में हड़कम्प मच गया। ओपीडी की डॉ. मधु चौधरी अपने निर्धारित समय से पहले ही ड्यूटी समाप्त करके चली गयी थी। इसके साथ ही जब जिलाधिकारी ने यहां का रजिस्टर जांचा तो पाया कि तेरह में से केवल आठ कर्मचारी ही मौजूद थे। इसे देख जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी जाहिर की साथ ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) को आदेशित करते हुए सभी अनुपस्थित कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने का आदेश देते हुए आवश्यकता पड़ने पर विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए।
अन्य कर्मचारियों से पूछताछ के दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार गरीबों और असहाय लोगों को बेहतर से बेहतर इलाज देने के लिए तमाम तरह की स्वास्थ्य सेवाएं संबंधी व्यवस्थाएं कर रही है लेकिन जिम्मेदार पद पर बैठे लोग सरकार को धोखा देते हुए अपने कर्तव्य से पीछे हट रहे हैं। जिसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ता है। ऐसे लोगों को कतई छोड़ नहीं जाएगा। किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। फिर चाहे वह डॉक्टर हो या फिर हॉस्पिटल का कर्मचारी सब के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
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(Udaipur Kiran) / Rohit Kashyap