किशनगंज,21नवंबर (Udaipur Kiran) । बिहार बाल विज्ञान शोध कार्यक्रम-2024 का जिला स्तरीय शिक्षक दिशा निर्देशन सह प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन गुरुवार को इंटर हाई स्कूल परिसर में किया गया।
कार्यक्रम साइंस फॉर सोसाइटी, राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद, बिहार और बिहार काउंसिल ऑन साइंस एंड टेक्नोलॉजी, पटना की सहभागिता से आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत डीईओ नासिर हुसैन, साइंस फॉर सोसायटी के जिला समन्वयक सुभाष चंद्र वर्मा, दीपक मिश्रा आदि ने दीप प्रज्जवलित कर की। कार्यक्रम में डीईओ नासिर हुसैन ने कहा कि वैज्ञानिक चेतना के प्रसार में शिक्षकों की भूमिका सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने शिक्षकों से आह्वान किया कि वे बच्चों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण को विकसित करने में अपना योगदान दें और विज्ञान की जागरूकता फैलाने के लिए प्रेरित करें।
साइंस फॉर सोसायटी के जिला समन्वयक सुभाष चंद्र वर्मा ने कहा कि मानवीय गतिविधियों पर प्रभाव को रोकने के लिए सोसायटी की भूमिका अहम होती है। इसके लिए सबों को जागरूक होना पड़ेगा। बेहतर बदलाव के लिए विज्ञान की भूमिका भी होती है। टेंपरेचर के इनबॉयलेंस को रोकना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि विज्ञान शिक्षा के माध्यम से ही समाज में वैज्ञानिक सोच और अनुसंधान की प्रवृत्ति विकसित की जा सकती है। साथ ही पर्यावरण के प्रति जागरूकता भी जरूरी है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षकों को विज्ञान और पर्यावरण के प्रति जागरूक करना और बच्चों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण को विकसित करना है। कार्यक्रम में प्रोजेक्ट कैसे बनाए इस पर विस्तार से बताया गया। कार्यक्रम में जिले के विभिन्न विद्यालयों के शिक्षकों के भाग लिया। कार्यक्रम में सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक कामता प्रसाद, शिक्षक अरशद फारूकी, दीपक मिश्रा, सुशील कुमार, जिला शैक्षणिक समन्वयक मीना वर्मा आदि मौजूद थी। वहीं इस कमिटी में अध्यक्ष डीपीओ रागिनी कुमारी, उपाध्यक्ष बीईओ रेणु कुमारी, जिला समन्वयक सुभाष वर्मा, जिला शैक्षणिक समन्वयक मीना वर्मा, कोषाध्यक्ष ब्रजेश कुमार, सदस्य मधु श्रद्धा, दीपक कुमार शामिल है।
(Udaipur Kiran) / धर्मेन्द्र सिंह