फारबिसगंज/अररिया, 29 जनवरी (Udaipur Kiran) ।अररिया में उर्दू निदेशालय, मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग बिहार एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में टाउन हाॅल अररिया के सभागार में जिला स्तरीय फरोग-ए-उर्दू सेमिनार, मुशायरा एवं कार्यशाला का आयोजन बुधवार काे किया गया। जिला उूर्द कोषांग अररिया की अगुवाई में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन अररिया जिला पदाधिकारी अनिल कुमार एवं उपस्थित पदाधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि उर्दू किसी समुदाय की भाषा नहीं है बल्कि यह खास हिन्दुस्तानी भाषा है। इसकी मिसाल और शीरीनी से किसी को इंकार नहीं हो सकता है। ये केवल एक भाषा ही नहीं बल्कि संस्कृति, भावनाओं और दिलों को जोड़ने का माध्यम है।
कार्यक्रम का आयोजन तीन सत्रों में किया गया। कार्यक्रम के प्रथम सत्र में आलेख पाठक के रूप में डाॅ तनजील अतहर, डाॅ मुजाहिद हुसैन एवं मौलाना आदिल कासमी ने भाग लिया और अपना आलेख प्रस्तुत किया। प्रतिनिधि के रूप में रफी हैदर अंजुम, रजी अहमद तनहा, मास्टर अब्दुल कूद्दुस, ने भाग लिया और अपने विचार व्यक्त किये। इस कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में मुयायरा में कई कवि गण ने अपना कलाम और शायरी प्रस्तुत किया। उनमें विशेष रूप से श्रीमती राशिदा खानम, श्री हामिद हुसैन हामी, श्री दीनरजा अख्तर, श्री शमशुल होदा मासूम, श्री जियाउर्रहमान, श्री वेगाना सारंगी, श्री हशमत सिद्दीकी, श्री रहबान अली, श्री अब्दुल गनी लबीब, श्री इनायत वसी आदि शामिल हैं। तृतीय सत्र में कार्यशाला का आयोजन हुआ। जिसमें जिले सभी प्रखंडों से आये हुए शिक्षकों द्वारा भाग लिया गया।
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(Udaipur Kiran) / Prince Kumar