RAJASTHAN

विप्र फाउंडेशन द्वारा जिला स्तरीय निबंध प्रतियोगिता के सम्मान समारोह का हुआ आयोजन

विप्र

जयपुर, 1 सितंबर (Udaipur Kiran) । विप्र फाउंडेशन खैरथल-तिजारा द्वारा जिला स्तरीय निबंध प्रतियोगिता में जिला और ब्लॉक स्तर पर मेरिट में आए छात्र-छात्राओं का सम्मान समारोह राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी के मुख्य आतिथ्य में रविवार को किशनगढ़बास के खैरथल रोड़ स्थित गजानन्द गार्डन में आयोजित किया गया।

कार्यक्रम में अति. विशिष्ट अतिथि के रूप में राज्य पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री संजय शर्मा, मुख्य वक्ता कैलाश कल्ला मौजूद रहे। कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों द्वारा सरस्वती वंदना और दीप प्रज्ज्वलन के साथ की गई।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष देवनानी ने कहा कि उन्नत समाज से ही समृद्ध राष्ट्र का निर्माण होता है, समाज उन्नत होगा तो राष्ट्र का विकास होगा। उन्होंने जल संरक्षण पर चर्चा करते हुए कहा कि कार्यक्रम का विषय पृथ्वी पर बढ़ता जल संकट और उपाय आज की आवश्यकता है, प्राचीन समय में तालाब, कुंड, बावड़ियां एक महत्वपूर्ण स्थान रखती थी। वर्तमान समय राजस्थान में एक बड़ा क्षेत्र डार्क जोन में है, जिसके कारण प्रदेश में जल संकट बढ़ता जा रहा है। जमीन में पानी सैकड़ो फीट नीचे तक पहुंच चुका है, इसलिए हमें जल संरक्षण के महत्व को समझना होगा ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ पेयजल मिल सके।

देवनानी ने कहा कि यह कार्यक्रम सिर्फ पुरस्कार वितरण समारोह तक सीमित न रहकर नई पीढ़ी द्वारा जल संरक्षण के बारे में सुझाए गए अच्छे उपाय को सूचीबद्ध कर राज्य सरकार को भेजे जाए ताकि उन उपायों का उपयोग कर जल संरक्षण को बढ़ावा दिया जा सके।

मुख्य अतिथि वासुदेव देवनानी ने कहा कि हमारे प्राचीन ऋषि मुनियों ने केवल जल के लिए ही नहीं सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपना योगदान दिया है। ऋषि दधीचि ने समाज कल्याण के लिए स्वयं की हड्डियां दान कर दी थी इसके अलावा भी हमारे ऋषि मुनियों ने हमारे समाज के कल्याण के लिए बहुत कुछ दान किया है।

मुख्य अतिथि वासुदेव देवनानी ने एक पेड़ मां के नाम अभियान के साथ ही अपने जन्मदिन और शादी वर्षगांठ सहित अन्य मौकों पर एक पेड़ लगाने का संकल्प लेने की बात कही। उन्होंने पेड़ लगाने के साथ-साथ ही उसके संरक्षण की बात कही ताकि संरक्षण के अभाव में पेड़ नष्ट ना हो तथा सरकार द्वारा लिया गया संकल्प पूर्ण हो।

उन्होंने कहा की प्रकृति से हमने हमेशा लिया ही है जबकि दिया कुछ भी नहीं, एक पेड़ मां के नाम अभियान के माध्यम से सघन वृक्षारोपण कर हम आने वाले भविष्य को संरक्षित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि विप्र फाउंडेशन द्वारा सर्व समाज का यह कार्यक्रम सराहनीय है, इससे हमारे बच्चों को भी एकता का संदेश मिलेगा।

इस दौरान पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री संजय शर्मा ने भी पृथ्वी पर बढ़ता जल संकट और उपाय पर आयोजित कराई गई निबंध प्रतियोगिता की सराहना की और समाज के द्वारा की जा रही इस पहल को सराहनीय बताया।

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 5 जून को शुरू किए गए अभियान एक पेड़ मां के नाम के तहत प्रदेश भर में करोड़ों पौधे लगाए गए तथा 7 अगस्त को भी हरियालो राजस्थान अभियान के तहत 2 करोड़ पेड़ लगाकर सरकार ने एक कीर्तिमान स्थापित किया। उन्होंने कहा कि हमें पेड़ लगाने के साथ उनका संरक्षण करना भी जरूरी है।

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में अलवर के कैलाश कल्ला ने कहा कि पृथ्वी पर जल संकट तेज गति से उभर कर आ रहा है जिसको लेकर हर नागरिक को अपनी जिम्मेवारी समझते हुए, अत्यधिक हो रहे पानी के दोहन को रोकने में अपनी अहम भूमिका निभानी होगी।

कार्यक्रम के दौरान पूर्व में आयोजित कराई गई पृथ्वी पर बढ़ता जल संकट और उपाय निबंध प्रतियोगिता में ब्लॉक और जिला स्तर पर मेरिट में आए करीब 100 बच्चों को स्मृति चिन्ह और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान प्रतियोगिता को आयोजित करने में पूरे जिला स्तर पर जिन लोगों का बेहतर सहयोग रहा उनको भी सम्मानित किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में सर्व समाज के लोग मौजूद रहे।

कार्यक्रम के दौरान विप्र फाउंडेशन के संरक्षक विष्णु स्वामी ने सबका आभार व्यक्त किया तो वही जिला अध्यक्ष भूदेव शर्मा ने समापन भाषण दिया। कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन जिला महामंत्री संजय कौशिक ने किया। महामंत्री सतीश शर्मा ने संगठन के बारे में विस्तार से बताया। इस दौरान जिलाध्यक्ष भूदेव शर्मा, संरक्षक विष्णु स्वामी, महामंत्री सतीश शर्मा, खैरथल-तिजारा के महामंत्री संजय कौशिक, अलवर डाइट वरिष्ठ व्याख्याता अनुरीता झा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष उमेश कांत वशिष्ठ, महामंत्री मनोज व्यास, कोषाध्यक्ष जय भगवान शर्मा, विधि प्रभारी एडवोकेट अमित गौड़, त्रिलोक शर्मा सहित अनेक लोग मौजूद रहे।

(Udaipur Kiran) / इंदु

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