-राज्य को अबतक मिल चुके हैं 10 एनक्यूएस व 19 लक्ष्य अवार्ड
देहरादून, 18 जुलाई (Udaipur Kiran) । सीमांत जनपद चमोली का जिला अस्पताल नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड (एनक्यूएएस) के मापदंडों पर खरा उतरा है। इसके साथ ही चमोली जिला अस्पताल एनक्यूएएस एवं लक्ष्य नेशनल सार्टिफिकेशन प्राप्त करने वाले अस्पतालों की श्रेणी में शामिल हो गया है। उत्तराखंड को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिये अबतक 10 एनक्यूएएस और 19 लक्ष्य नेशनल सार्टिफिकेशन मिल चुके हैं।
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के कड़े फैसलों और उनके कुशल नेतृत्व के चलते प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का लगातार सुदृढ़ीकरण एवं विस्तारीकरण हो रहा है। जिसके चलते प्रदेश के अस्पतालों की सूरत बदलती नजर आ रही है। जिसका ताजा उदाहरण सीमांत जनपद चमोली का जिला अस्तपाल है। चमोली जिला अस्पताल बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के चलते नेशनल क्वालिटी इंश्योरेंस स्टैंडर्स (एनक्यूएएस) के मानकों पर खरा उतरा है। इसके लिये जिला अस्पताल को एनक्यूएएस एवं लक्ष्य नेशलन सार्टिफिकेशन प्राप्त हुआ है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार की ओर से जिला अस्पताल के 07 अनुभागों यथा लेबर रूम, मैटरनीटी ओटी, जनरल ओटी, फार्मेसी, रेडियोलॉजी, मैटरनीटी वार्ड एवं जनरल एडमिन का गुणवत्ता अश्वासन मानक के तहत मूल्यांकन किया गया। जिसमें चिकित्सालय की सेवा व्यवस्था, मरीजों के अधिकार एवं दायित्व, सपोर्ट सेवाएं, क्लीनिकल सेवाएं, चिकित्सालय में संक्रमण नियंत्रण व गुणवत्ता नियंत्रण के मानकों की जांच की गई। जिसमें जिला चिकित्सालय को प्रत्येक अनुभाग में अव्वल पाया गया। एनक्यूएएस मानकों को पूरा करने का श्रेय जिला क्वालिटी एश्योरेंस टीम एवं अस्पताल के मुख्य चिकित्साधिक्षक व उनकी टीम को जाता है।
स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के चलते अब तक उत्तराखंड को 10 एनक्यूएएस तथा 19 लक्ष्य नेशनल सार्टिफिकेशन मिल चुके हैं। वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 में अबतक राज्य को केन्द्र सरकार की ओर से दो राष्ट्रीय सर्टिफिकेशन प्राप्त हो चुके हैं। जिनमें एक लक्ष्य नेशनल सार्टिफिकेट जबकि दो एनक्यूएएस सार्टिफिकेट हैं। इसके अलावा दो चिकित्सा इकाईयों का एनक्यूएएस मूल्यांकन किया जा चुका है जिसका परिणाम आना बाकी है।
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि जिला अस्पताल चमोली को एनक्यूएएस सर्टिफिकेशन एवं लक्ष्य अवार्ड मिलने पर स्वास्थ्य विभाग के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी बधाई के पात्र हैं। जिनके अथक प्रयासों से सीमांत जनपद में स्वास्थ्य सेवाएं लगातार सुदृढ़ होती जा रही हैं। राज्य की प्रत्येक चिकित्सा इकाइयों में आम लोगों को बेहत्तर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करने के लिये राज्य सरकार प्रयासरत है।
क्या है एनक्यूएस व लक्ष्य अवार्ड
भारत सरकार प्रत्येक वित्तीय वर्ष नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्स के तहत तय मानकों को पूरा करने वाले चिकित्सालयों को एनक्यूएएस सार्टिफिकेशन के साथ वित्तीय सहायता प्रदान करता है। एनक्यूएएस सर्टिफिकेशन राष्ट्रीय स्तर पर होता है। अस्पतालों के सर्टिफिकेशन के लिये 450 से ज्यादा संकेतकों का फीडबैक लिया जाता है। एनक्यूएएस में बायोमेडिकल वेस्ट, लिस्ट की एनओसी, एक्सरे का एवीआरवी, फायर एनओसी, मरीजों का फीडबैक, स्टाफ, साफ-सफाई, ओटी में सुविधा, दवाओं की व्यवस्था समेत अन्य कई छोटे छोटे बिन्दुओं को देखा जाता है।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / राजेश कुमार / वीरेन्द्र सिंह