धौलपुर, 28 नवंबर (Udaipur Kiran) । जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष तथा जिला एवं सेशन न्यायाधीश सतीश चंद द्वारा गुरूवार को जिला कारागृह धौलपुर का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने निर्धन बंदियों के लिए आर्थिक सहायता बाबत अभियान, अपराध के समय से नाबालिग बंदियों को चिन्हित कर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कारागृह में बंदियों को मिलने वाली मूलभूत सुविधाओं जैसे भोजन, सफाई, स्वास्थ्य, स्वच्छता, चिकित्सीय सुविधाओं व रसोईघर, बैरक इत्यादि का जायजा लिया तथा उन्होंने कारागृह के निरूद्ध नये बंदियों सहित एक-एक बंदीगण से वार्ता कर उनके प्रकरणों के संबंध में जानकारी ली।
उन्होंने कारागृह में महिला बैरिक में पहुंचकर महिला बंदियों से भी पूछताछ कर कारागृह द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं तथा उनके प्रकरणों के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने जेल में स्थित रसोई घर में पहुंचकर भोजन की गुणवत्ता का अवलोकन किया। उन्होंने बंदियाें को उनके अधिवक्ता व परिजन से वार्ता की सुविधा बाबत आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने बंदियों को बताया कि यदि किसी विचाराधीन बंदी का उसके प्रकरण में पैरवी के लिए कोई अधिवक्ता नहीं है तो ऐसे बंदी जेल अधीक्षक के माध्यम से अथवा संबंधित न्यायालय के समक्ष उपस्थित होने पर न्यायालय के माध्यम से नियमानुसार अधिवक्ता नियुक्ति हेतु विधिक सहायता का प्रार्थना-पत्र जिला विधिक सेवा प्राधिकरण धौलपुर को भिजवा सकते हैं। जेल क्लीनिक पर कार्यरत पीएलवी एवं जेल विजिटिंग लॉयर को भी जेल विजिट के दौरान अवगत कराया जा सकता है, जिससे ऐसे बंदीगण की ओर से पैरवी के लिए प्राधिकरण द्वारा निःशुल्क अधिवक्ता उपलब्ध करवाया जा सके। इस मौके पर सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव तथा एडीजे रेखा यादव एवं जेलर शैलेन्द्र सहित कारागृह का स्टॉफ एवं बंदी मौजूद रहे।
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(Udaipur Kiran) / प्रदीप