
उदयपुर, 26 मई (Udaipur Kiran) । उदयपुर के प्रताप गौरव केन्द्र पर वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जयंती समारोह की तैयारियों को लेकर सोमवार सायंकाल वृहद बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में जयंती के तहत 28-29 मई को पहले चरण व 18 जून से 25 जून तक होने वाले दूसरे चरण के विभिन्न आयोजनों को भव्य रूप देने के लिए व्यवस्थाओं का वितरण किया गया।
वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप समिति के अध्यक्ष प्रो. भगवती प्रकाश शर्मा, प्रताप गौरव केन्द्र ‘राष्ट्रीय तीर्थ के निदेशक अनुराग सक्सेना, प्रताप जयंती समारोह के संयोजक सीए महावीर चपलोत, सह संयोजक प्रो. अनिल कोठारी के निर्देशन में आयोजित बैठक में 28 मई सायंकाल 5.45 बजे से होने वाले समारोह की मिनट-टू-मिनट रूपरेखा रखी गई। इस समारोह में मुख्य अतिथि राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े रहेंगे तो विशिष्ट अतिथि राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ रहेंगे। मुख्य वक्ता आर्गनाइजर साप्ताहिक पत्रिका के प्रधान सम्पादक प्रफुल्ल केतकर होंगे।
दूसरे दिन 29 मई को प्रात: 7 बजे केन्द्र में स्थापित 57 फीट की महाराणा प्रताप की बैठक प्रतिमा ‘स्टेच्यू ऑफ प्राइड’का दुग्धाभिषेक किया जाएगा। इसमें राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ सहित राज्य के सहकारिता मंत्री गौतम दक उपस्थित रहेंगे। इसी दिन, सायंकाल 7 बजे राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत रचनाओं से परिपूर्ण ओजस्वी कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। इसमें मेवाड़ के कवि प्रकाश नागोरी (उदयपुर), राव अजातशत्रु (उदयपुर), सतीश आचार्य (राजसंमद), गोपाल शर्मा (केलवाड़ा), आशा पाण्डे ओझा (उदयपुर), सिद्धार्थ देवल (उदयपुर), नन्दकिशोर अखिलेश (बड़ी सादड़ी), मनोज गुर्जर (मावली), पुरषोत्तम शाकद्वीपी (उदयपुर), दीपशिखा रावल (नीमच), अंशुमान आजाद (निम्बाहेड़ा), हिम्मत सिंह उज्ज्वल (मावली), गौरव गोलछा (उदयपुर) रचनापाठ करेंगे।
बैठक में विभिन्न व्यवस्थाओं के तहत मनोज जोशी को मंच व्यवस्था, हिम्मत सिंह को टेंट व्यवस्था, उमा प्रताप सिंह को पार्किंग व्यवस्था, डिंपी सुहालका को मंच व गीत, बृजमोहन भाटी को साउंड व्यवस्था, हरिओम पालीवाल व लव वर्मा को दुग्धाभिषेक व्यवस्था, जयदीप आमेटा को सोशल मीडिया पर प्रचार प्रसार की जिम्मेदारी सौंपी गई। कवि सम्मेलन की विभिन्न व्यवस्थाएं सहसंयोजक प्रो. अनिल कोठारी के जिम्मे रखी गईं।
दूसरा चरण हल्दीघाटी विजय दिवस 18 जून से 25 जून तक का रहेगा। दूसरे चरण में विभिन्न कार्यशालाओं का आयोजन होगा। इस चरण में महाराणा प्रताप के काल के ऐतिहासिक अनछुए पहलुओं पर भी मंथन होगा। इसमें देश-विदेश से प्रतिनिधि शामिल होंगे।
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(Udaipur Kiran) / सुनीता
