Assam

मणिपुर में बस से राज्य का नाम हटाने को लेकर गहराया विवाद

इंफाल, 21 मई (Udaipur Kiran) । मणिपुर में एक सरकारी बस से मणिपुर का नाम हटाने की कथित घटना पर भाजपा के पूर्वोत्तर प्रभारी संबित पात्रा ने इसे अनएव्यायडेबल मिस अंडरस्टैंडिंग बताया है। उन्होंने कहा कि मणिपुर की एकता और अखंडता नन निगोशिएबल है।

दरअसल, मंगलवार को इंफाल ईस्ट जिले के ग्वालताबी में एक सरकारी बस, जिसमें पत्रकार सवार थे, को सुरक्षाबलों ने रोका और उसकी विंडशील्ड पर लिखा मणिपुर स्टेट ट्रांसपोर्ट का नाम सफेद कागज से ढकवा दिया। पत्रकार 5वें राज्यस्तरीय ‘शिरुई लिली’ पर्यटन महोत्सव की कवरेज के लिए जा रहे थे।

इस घटना पर मणिपुर की मीडिया संस्थाओं और राजनीतिक दलों ने कड़ी आपत्ति जताई। आरोप है कि 4 महार रेजिमेंट के जवानों ने कथित रूप से यह कार्रवाई की।

संबित पात्रा ने मंगलवार रात एक्स पर जारी एक वीडियो संदेश में कहा, मैं मणिपुर को बधाई देना चाहता हूं कि दो साल बाद शिरुई लिली महोत्सव का आयोजन किया गया है। 17 से 20 मई तक करीब 2000 लोग मणिपुर परिवहन की बसों से उखरुल पहुंचे।

उन्होंने कहा, मंगलवार को जो घटना हुई, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। मणिपुर की एकता को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का रुख साफ है – यह हमारे लिए समझौते से परे है।

पात्रा ने यह भी कहा कि राज्य में दो साल बाद त्योहार का माहौल लौटा है, जिसे सेलिब्रेट करना चाहिए, न कि किसी कांस्पीरेसी के रूप में देखना। जो लोग इसे साजिश मान रहे हैं, मैं उन्हें आश्वस्त करना चाहता हूं- यह कोई साजिश नहीं है, हम पर विश्वास रखें।

इधर, पूर्व मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने इस घटना की निंदा की और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की। उन्होंने एक्स पर लिखा, यह क्या है कि मणिपुर में ही राज्य का नाम नहीं लिखा जा सकता? जो भी इसके पीछे है, उस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। मैं पत्रकारों और मणिपुर की जनता के साथ हूं।

इस घटना के विरोध में मणिपुर की मीडिया संस्थाओं ने बुधवार को ‘पेन डाउन स्ट्राइक’ करने और राज्य सरकार से जुड़ी सभी खबरों का बहिष्कार करने का ऐलान किया है।

राज्यपाल को सौंपे गए एक मेमोरेंडम में ऑल मणिपुर वर्किंग जर्नलिस्ट्स यूनियन और एडिटर्स गिल्ड मणिपुर ने मांग की है कि पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार करने वालों पर तुरंत कार्रवाई की जाए।

मेमोरेंडम में कहा गया, बस ने तीन चेकपोस्ट पार किए थे, जहां सामान्य जांच हुई। लेकिन ग्वालताबी पहुंचने पर सुरक्षाबलों ने वाहन पर लिखा ‘मणिपुर स्टेट ट्रांसपोर्ट’ कागज से ढकवाने का निर्देश दिया। राज्य में रहते हुए राज्य का नाम छुपाना पत्रकारों के लिए चिंता और भ्रम का कारण बना।

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(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश

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