शिमला, 24 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय शिमला के विकलांग व्यक्तियों से संबंधित अध्ययन केंद्र ने कुलपति प्रो. (डॉ.) प्रीति सक्सेना के नेतृत्व में विकलांग छात्रों के सामने आने वाली चुनौतियों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए कई आकर्षक गतिविधियों का आयोजन किया।
सरकारी हाई स्कूल बनूटी में आयोजित विकलांगता शिविर में बच्चों के दो समूहों ने भाग लिया। पहले समूह में छात्रों ने एक साथी से श्रुतलेख के आधार पर पैराग्राफ लिखा, जिससे परीक्षा के दौरान विकलांग छात्रों को होने वाली कठिनाइयों का अहसास हुआ और उनकी शैक्षणिक सफलता के लिए अतिरिक्त सहायता उपकरणों की आवश्यकता का पता चला। दूसरे समूह ने दृष्टिहीन व्यक्तियों की दैनिक चुनौतियों का अनुभव करने के लिए आंखों पर पट्टी बांधी।
इसके बाद सरकारी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय घणट्टी में एक और जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर की शुरुआत विभिन्न विकलांगताओं के परिचय से हुई, जिसमें छात्रों की उत्साही भागीदारी रही। चर्चा में फिल्म ‘तारे ज़मीन पर’ की स्क्रीनिंग और विकलांग व्यक्तियों की सहायता के लिए सरकारी पहलों की समीक्षा शामिल थी।
उपस्थितियों को विकलांगता अधिकारों और सरकारी आरक्षण पर आवश्यक कानूनी जानकारी भी दी गई, जिससे जागरूक नागरिकों के रूप में उनकी जिम्मेदारी की भावना को बढ़ावा मिला। सत्र का समापन डॉ. रोहित शर्मा, संकाय सदस्य, सीएसडी, एचपीएनएलयू द्वारा एक इंटरैक्टिव प्रश्न-उत्तर सत्र के साथ हुआ।
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(Udaipur Kiran) शुक्ला