
कोलकाता, 29 अप्रैल (Udaipur Kiran) ।
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने दीघा के नवनिर्मित जगन्नाथ मंदिर जाने की इच्छा जाहिर की है। बर्धमान में ‘चाय पर चर्चा’ कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे घोष ने कहा कि अगर मौका मिला तो वह भी मंदिर जाकर दर्शन करेंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस इच्छा के पीछे कोई राजनीतिक मंशा नहीं है।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल के लोकप्रिय समुद्री शहर दीघा में जगन्नाथदेव के भव्य मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। आगामी अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मंदिर इसका उद्घाटन करेंगी। इसके बाद मंदिर को आम श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु खोल दिया जाएगा। उद्घाटन से पहले ही दीघा में मंदिर को लेकर व्यापक तैयारियां जोरों पर हैं।
मंदिर को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में दिलीप घोष ने कहा, ‘‘मैं भी अगर अवसर मिला तो दीघा के जगन्नाथ मंदिर जरूर जाऊंगा। जब भगवान जगन्नाथ खुद हमारे इतने नजदीक आ गए हैं तो हम उनके दर्शन क्यों न करें?’’ इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘‘भगवान जगन्नाथ की बड़ी-बड़ी आंखें हैं, वह सब कुछ देख रहे हैं।’’
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के हाथों मंदिर का उद्घाटन होना है। वहीं, भाजपा विधायक और विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने इस कार्यक्रम का बहिष्कार करने का आह्वान किया है और अलग से आयोजन की योजना बनाई है। ऐसे माहौल में दिलीप घोष के इस बयान को राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
इसके साथ ही अयोध्या में बने राम मंदिर को लेकर भी दिलीप घोष ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा, ‘‘भगवान के नाम पर राजनीति करना सही नहीं है। राम मंदिर बनने के बाद भाजपा के वोटों में गिरावट आई है। मंदिर, आराधना के लिए ही होते हैं, उन्हें राजनीति में घसीटना ठीक नहीं।’’
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
