Assam

डिब्रूगढ़ और न्यू बंगाईगांव कारखाना ने हासिल की उल्लेखनीय उपलब्धियां

पूसीरे रोलिंग स्टॉक कारखाना

गुवाहाटी, 14 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । पूर्वोत्तर सीमा रेलवे (पूसीरे) के अधीन डिब्रूगढ़ और न्यू बंगाईगांव रोलिंग स्टॉक कारखानों ने सितंबर माह के दौरान सेवा सुधार और परिचालन दक्षता में उल्लेखनीय तरक्की की है। ये उपलब्धि उन्नत ट्रेन कोच और माल वैगन प्रदान करने के लिए पूसीरे की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है, जिससे परिवहन प्रणाली में उत्कृष्ट परिचालन हो सके।

पूसीरे के सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने सोमवार को बताया कि डिब्रूगढ़ कारखाना की उल्लेखनीय उपलब्धियों में आर3 एयर होज पाइप के साथ 13 कोचों का संशोधन शामिल है, जिससे चालू वित्तीय वर्ष के दौरान अब तक कुल 59 कोच हो गए हैं। कारखाना ने 15 कोचों के लिए एयर सस्पेंशन और फिबा संशोधनों के लिए पाइपिंग व्यवस्था का एक सेट भी तैयार किया है, जो वित्तीय वर्ष में अब तक के लिए 58 हो चुका है। 21 कोच में उन्नत फ्लेक्सिबल होज़ के साथ एयर ब्रेक पाइप और फिटिंग में संशोधन भी किए गए हैं। इस प्रकार चालू वित्त वर्ष में अब तक कुल 85 कोच हो चुके हैं। इसके अतिरिक्त, चार एलएचबी एसी कोच में फायर डिटेक्शन सिस्टम लगाए गए हैं, जिससे इस वित्त वर्ष में अब तक इसकी कुल संख्या 37 तक पहुंच गई है। सतर्कता जागरूकता कार्यक्रम में रिकॉर्ड 255 पर्यवेक्षकों ने भाग लिया। इस दौरान आयोजित एक सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) प्रदर्शनी में स्क्रैप सामग्री से बने मॉडल पर प्रकाश डाला गया। “स्वच्छता ही सेवा” अभियान के तहत स्वच्छता को बढ़ावा देने और प्लास्टिक जनित प्रदूषण के बारे में भी जागरूकता फैलायी गई।

कोचिंग कार्यों के मामले में, डिब्रूगढ़ कारखाना में 58 कोच (एलएचबी और आईसीएफ सहित) आउट-टर्न कर रेलवे बोर्ड के लक्ष्य को पार किया गया और 31 आईसीएफ एवं 35 एलएचबी कोच सेट की आपूर्ति की। व्हील शॉप में 540 व्हील सेट को ओवरहाल किया गया, जिससे अनुरक्षण संचालन में बढ़ोतरी हुई। वास्तव में, इस वित्त वर्ष के दौरान अब तक कुल 14 एनएमजीएचएस कोच आउट टर्न किए गए, जिसमें एक आईसीएफ कोच को एनएमजीएचएस कोच में परिवर्तित करना शामिल है।

न्यू बंगाईगांव कारखाना ने भी उत्कृष्ट कार्य का प्रदर्शन किया, जिसमें पहली बार एक रेफ्रिजेनेशन वैन और एक नई नीले रंग की योजना में 1600 एचपी डेमू रेक का सफल टर्न आउट शामिल है, जो आवधिक अनुरक्षण को काफी कम कर देगा। इस कारखाना ने यात्री शिकायतों को दूर करने के लिए प्रेशराइज्ड फ्लाशिंग सिस्टम के लिए एक इन-हाउस टेस्ट बेंच डिजाइन और विकसित किया। आवधिक ओवरहाल (पीओएच) के बाद कुल 60 कोच टर्न आउट किए गए और 144 वैगनों को ट्विन-पाइप एयर ब्रेक सिस्टम से लैस किए गए। व्हील शॉप ने मंडलों को 117 व्हील सेट की आपूर्ति की तथा अतिरिक्त सेट प्रेषण के लिए तैयार है। न्यू बंगाईगांव कारखाना ने सभी कोच और वैगनों में रेलवे बोर्ड संशोधनों के 100 प्रतिशत कार्यान्वयन को भी सुनिश्चित किया और पांच बेकार वैगनों सहित लगभग 380 एमटी लौह और 66 एमटी गैर-लौह स्क्रैप इकट्ठा कर स्क्रैप निपटान में योगदान दिया। चूंकि संरक्षा ट्रेन परिचालन के लिए एक सर्वोपरि उद्देश्य है, इसलिए पूसीरे की ओर से दोनों कारखाने सेवा उत्कृष्टता, संरक्षा और टिकाऊ रेल परिचालन में भागीदारी के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस जोन ने सुरक्षित ट्रेन परिचालन के लिए कोच एवं वैगनों के नियमित रखरखाव और यात्रियों को सुचारू रूप से सवारी का अनुभव प्रदान करने सहित कई पहल किए हैं।

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(Udaipur Kiran) / अरविन्द राय

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