
दुमका, 8 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । दंडाधिकारी की मौजूदगी में शनिवार को पुलिस और कोर्ट के कर्मचारियों ने शहर के सोनवाडंगाल में करीब 45 साल से घर बनाकर रह रहे धर्मेंद्र मंडल को बेदखल कर केस जीतने वाले मनाेज कुमार साह को तीन कटठा जमीन पर कब्जा दिलाया गया। लोगों के विरोध की वजह से कब्जा दिलाने में अधिकारियों को करीब पांच घंटा लग गया। अदालत के इस फैसले से नाराज धर्मेंद्र मंडल ने जिला जज की अदालत में पैरवी करने का निर्णय लिया है। सबसे खास बात यह है कि मनोज को जिस रजिस्ट्री जमीन पर कब्जा दिलाया गया है, वहां की सारी जमीन जमाबंदी है।
सोनवाडंगाल में करीब 45 साल पहले आशीष कुमार डे नामक रैयत ने प्लाट 435 की छह बीघा जमीन दान में दी थी। धर्मेंद्र मंडल समेत छह लोगों को जमीन दी थी। धर्मेंद्र अपने हिस्से की जमीन पर मकान बनाकर रह रहे थे। 1992 में मनोज कुमार साह ने सुनील कुमार डे से तीन कटठा जमीन की रजिस्ट्री करा ली। जमीन पर कब्जा दिलाने के लिए सिविल कोर्ट में केस किया। दूसरा पक्ष धर्मेंद्र यह सोचकर एक दो बार कोर्ट गया कि जिस जमीन पर मनाेज दावा कर रहा है, वह उनकी नहीं है। जबकि मनोज कोर्ट की हर तारीख पर जाता रहा। छह साल पहले कोर्ट ने मनोज के पक्ष में फैसला दिया। इसके बाद भी धर्मेंद्र ने जमीन देने से मना कर दिया तो वह कोर्ट की शरण में चला गया। इसके बाद अदालत ने पुलिस को जमीन पर दखल दिखाने का आदेश दिया। सीओ अमर कुमार समेत कोर्ट के कई कर्मचारी पूरे दस्तावेज के साथ जमीन पर पहुंचे और दखल दिलाने की प्रक्रिया शुरू की।
—————
(Udaipur Kiran) / नीरज कुमार
