


धर्मशाला, 21 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । तिब्बती बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा करीब डेढ़ महीने के बाद धर्मशाला स्थित अपने आवास पर लौट आए हैं। गौरतलब है कि दलाई लामा बीते तीन जनवरी को मैक्लोडगंज स्थित अपने निवास स्थान से कनार्टक के बायलकुप्पे के लिए रवाना हुए थे। तिब्बतियों के आध्यात्मिक गुरु 14वें दलाईलामा शुक्रवार को डेढ़ माह के बाद वापस मैक्लोडगंज लौट आए।
धर्मगुरु दलाईलामा का कांगड़ा एयरपोर्ट से लेकर मैक्लोडगंज तक हजारों अनुयायियों ने पारंपरिक वाद्य यंत्रों-नृत्य और पुष्प के साथ भव्य स्वागत किया। इतना ही नहीं, धर्मशाला के शिक्षा बोर्ड के पास भी सुबह धर्मगुरु दलाईलामा के अनुयायी उनके स्वागत के लिए खड़े थे। तिब्बती बौद्ध अनुयायियों, गैर-तिब्बतियों, युवाओं, बौद्ध भिक्षुओं सहित आम लोगों ने सफेद रंग औपचारिक दुपट्टा (खतका) और हाथों में अगरबत्ती लिए हुए दलाईलामा का कांगड़ा एयरपोर्ट से लेकर मैक्लोडगंज स्थित चुगलाखंग बौद्ध मठ तक सड़क के विभिन्न बिंदुओं पर उनका स्वागत किया।
गौर हो कि कर्नाटक दौरे के दौरान धर्मगुरु दलाई लामा ने विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और टीचिंग भी दी। इसके अलावा उनके लिए विभिन्न तिब्बती संस्थाओं ने लंबी आयु के लिये प्रार्थना सभाओं का भी आयोजन किया।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया
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