भोपाल, 14 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । नक्सलवाद के विरुद्ध जीरो टॉलरेन्स नीति अपनाने के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पुलिस को स्पस्ट निर्देश दिए हैं। इसी को देखते हुए प्रदेश के बालाघाट जिले में नक्सल विरोधी अभियान को गति देने के लिए पुलिस महानिदेशक मध्य प्रदेश सुधीर कुमार सक्सेना जिले के दो दिवसीय दौरे पर है। यह जानकारी सोमवार को जनसम्पर्क अधिकारी आशीष शर्मा ने दी।
ट्रायजंक्शन कैम्प में पहुंचे डी.जी.पी.
उन्होंने बताया कि 12 अक्टूबर की रात को डी.जी.पी भोपाल से गोंदिया पहुंचे जहां से लगभग डेढ़ घंटे चलकर मुरकुटडोह ज्वाइंट टॉस्क फोर्स कैम्प का भ्रमण किया। ऑपरेशनल कारणों से इस दौरे को पूर्णतः गोपनीय रखा गया था। मध्यप्रदेश-महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ के ट्राय जंक्शन सीमा क्षेत्र में स्थापित मुरकुटडोह सुरक्षा कैम्प महाराष्ट्र के गोंदिया जिले में है। इस कैंप में महाराष्ट्र पुलिस की C-60 फोर्स, छत्तीसगढ़ की DRG फोर्स एवं मध्यप्रदेश की हॉक फोर्स तैनात है। इस कैंप का निर्माण अबूझमाड से आने वाले नक्सलियों को रोकने के लिए किया गया है।
हॉक कैम्प में जवानों के साथ बितायी रात
डी.जी.पी सुधीर सक्सेना रात को हॉक कैम्प डोरा पहुंचे, जहां पर उन्होने जवानों के साथ भोजन कर बैरक में रात्रि विश्राम किया। इस दौरान उन्होने जवानों के साथ अनौपचारिक चर्चा की एवं नक्सल समस्या को खत्म करने के लिए उनके सुझाव लिए।
वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ली संयुक्त बैठक
सोमवार को पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना ने डी.जी. CRPF के साथ नक्सल समस्या के खात्मे एवं आगे की रणनीति तैयार करने के लिए बैठक की। इस बैठक में IB एवं CRPF के वरिष्ठ अधिकारी, IG बालाघाट, IG तथा DIG नक्सल विरोधी अभियान, DIG बालाघाट रेंज कलेक्टर बालाघाट, पुलिस अधीक्षक बालाघाट, मंडला, डिण्डौरी, कान्हा फिल्ड डायरेक्टर, DFO, के अलावा जिला बालाघाट के अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों मे सुरक्षा बलो द्वारा लगातार चलाए जा रहे अभियानों तथा विकास योजनाओ के कारण लोगो में सरकार के प्रति विश्वास बढ़ा है जिसका प्रमाण हाल में सपन्न लोकसभा चुनाव से होता है जिसमें सर्वाधिक नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में मतदान का प्रतिशत अन्य मतदान केन्द्रों की अपेक्षा ज्यादा रहा है ।
नक्सल उन्मूलन के लिए मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही
मध्य प्रदेश पुलिस के द्वारा पिछले 05 वर्षों में उल्लेखनीय सफलताए प्राप्त की है जिसमे पिछले 02 वर्ष अभूतपूर्व रहे है । पिछले 5 वर्षों में 3.31 करोड़ के ईनामी 20 हार्डकोर नक्सली मारे गए, जो उससे पिछले 30 वर्षों में मारे गए कुल नक्सलियों से अधिक है तथा पिछले 2 वर्षों में जितने नक्सली मारे गए हैं उनकी संख्या उससे पिछले 25 वर्षों में मारे गए कुल नक्सलियों से भी अधिक है।
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(Udaipur Kiran) / राजू विश्वकर्मा