Uttrakhand

डीजीपी ने नए आपराधिक कानूनों के लिए बनाई रणनीति, प्रभावी क्रियान्वयन के दिए सख्त निर्देश

पुलिस मुख्यालय पर गोष्ठी करते पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ।

देहरादून, 26 नवंबर (Udaipur Kiran) । पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दीपम सेठ की अध्यक्षता में मंगलवार को पुलिस मुख्यालय में एक गोष्ठी हुई। इस गोष्ठी का उद्देश्य नये आपराधिक कानूनों के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए न्याय प्रक्रिया की आवश्यकताओं, मशीनों, उपकरणों और अन्य संयत्रों की मांग और आकलन पर विचार करना था।गोष्ठी में पुलिस, न्याय विभाग, एफएसएल, सीआईडी, एसटीएफ, साइबर क्राइम, अभियोजन और कारागार विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। डीजीपी दीपम सेठ ने विभिन्न विभागों को मशीनों, उपकरणों और अन्य संयत्रों की एकरूपता सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इनकी कीमतों का समेकित आकलन किया जाना चाहिए। डीजीपी ने निर्देश दिए कि मशीनों और उपकरणों की कीमतों में समानता के लिए सभी विभागों के लिए एक औचित्यपूर्ण प्रस्ताव तैयार किया जाए। उन्होंने कहा कि मशीनों और अन्य संयत्रों की मांग मुख्यालय, जिला और फील्ड स्तर पर निर्धारित की जाए। आमजन की वीडियो क्रांफ्रेसिंग के माध्यम से गवाही लेने के लिए उच्च न्यायालय के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए उचित स्थानों का चयन किया जाए। सीमावर्ती राज्यों से समन्वय के लिए अन्य राज्यों से उनके द्वारा क्रय किए गए उपकरणों की जानकारी प्राप्त की जाए ताकि नए उन्नत उपकरणों को प्रस्ताव में शामिल किया जा सके। साथ ही डीजीपी ने कहा कि नए आपराधिक कानूनों के संबंध में व्यापक जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। गोष्ठी में अपर पुलिस महानिदेशक सीआईडी वी. मुरूगेशन, अपर पुलिस महानिदेशक प्रशासनबएपी अंशुमान, पुलिस महानिरीक्षक पी एंड एम विम्मी सचदेवा, पुलिस महानिरीक्षक अभिसूचना कृष्ण कुमार वीके, पुलिस महानिरीक्षक अपराध एवं कानून व्यवस्था नीलेश आनंद भरणे समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

(Udaipur Kiran) / कमलेश्वर शरण

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