RAJASTHAN

जीवन में भगवान की भक्ति ही सर्वोपरि : मुनि विनय सागर

रथयात्रा के साथ पंच कल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव का समापन

धौलपुर, 17 दिसंबर (Udaipur Kiran) । चन्द्र प्रभु जैन मंदिर रीको धौलपुर में चल रहे पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव का समापन मंगलवार को अन्तिम दिन मोक्ष कल्याणक के साथ सम्पन्न हुआ। इस दौरान बैंड बाजों के साथ जिनेन्द्र भगवान की रथयात्रा गुरुदेव विनय सागर महाराज के मंगल सानिध्य में धूम धाम से निकाली गई। श्रीजी स्वर्णमयी रथ में सवार होकर भ्रमण पर निकले,जहां जगह जगह श्री जी की आरती कर स्वागत किया गया। महोत्सव में राष्ट्र संत मुनि राज विनय सागर महाराज के सानिध्य में श्री जी का अभिषेक कर संगीत मय विधान पूजन हुआ। भजनों पर श्रद्धालुओं ने नृत्य की प्रस्तुति दी। जिनेन्द्र भगवान का अभिषेक, शान्ति धारा, नित्य मय पूजन दस भक्ति पाठ, मोक्षगमन, निर्वाण कल्याण पूजन शांति यज्ञ व विसर्जन हुआ। इस मौके पर मुनि विनय सागर महाराज ने अपने मंगल प्रवचनों में कहा कि जीवन में भगवान की भक्ति ही सर्वोपरि है। भगवान की भक्ति में मन लगाकर रखें। इससे हमारी आत्मा के परिणाम शुद्ध होते हैं तथा मोक्ष मार्ग की प्राप्ति होती है। कल्याण का मार्ग गुरु के प्रति विनय भाव से ही मिलता है। गुरु भक्ति के बिना कल्याणक के मार्ग तक नहीं पहुंच सकते। जैन समाज के अध्यक्ष धनेश जैन ने सभी का समाज की ओर से स्वागत और धन्यवाद ज्ञापित किया।

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(Udaipur Kiran) / प्रदीप

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