वाराणसी, 25 अगस्त (Udaipur Kiran) । कमच्छा स्थित बटुक भैरव मन्दिर में रविवार को बाबा बटुक भैरव का हरियाली एवं जल विहार श्रृंगार का झांकी दर्शन पाने के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। बाबा का नयनाभिराम श्रृंगार, अद्भुत बाल रूप का दर्शन कर कतारबद्ध श्रद्धालु आह्लादित रहे। प्रतिवर्ष की भांति मंदिर में रात नौ बजे बाबा की महाआरती होगी। इस दौरान 1008 बत्ती से दीपदान एवं सवा किलो कपूर से आरती पुजारी करेंगे।
वहीं मंदिर जाने वाले मार्ग, मंदिर परिसर सहित गर्भगृह को कामिनी और अशोक की पत्तियों, बेला, गेंदे की माला, फल, गुलाब के फूल से सजाया गया। साथ ही मंदिर परिसर के बाहर गुफा रूपी मार्ग बनाया गया। गुफा रूपी मुख्यद्वार से ही श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश मिल रहा था। मन्दिर की सजावट कलकत्ता तथा वाराणसी के मालियों ने की।
इसके पहले सुबह पांच बजे मंदिर के महंत भास्कर पुरी व राकेश पुरी के देखरेख में बाबा के बाल विग्रह को पंचामृत स्नान कराया गया। उन्हें नूतन वस्त्र धारण करा कर रजत सिंहासन पर विराजमान कराया गया। श्रृंगार भोग के बाद मंगला आरती हुई। इसके बाद मंदिर का पट आम श्रद्धालुओं के लिए खुल गया। मंदिर में सुबह से ही दर्शन-पूजन का सिलसिला अनवरत जारी है। रजत सिंहासन पर विराजमान बाबा बाल बटुक का दर्शन कर श्रद्धालु हर-हर महादेव का गगनभेदी उद्घोष करते रहे।
(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी / आकाश कुमार राय