—101 बर्फ के सिल्लियों से बाबा के गर्भगृह के साथ ही पूरे मंदिर को सजाया गया
वाराणसी,30 जुलाई (Udaipur Kiran) । काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव के वार्षिक हिम श्रृंगार और झांकी का दर्शन पाने के लिए मंगलवार को दरबार में श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा। कतारबद्ध श्रद्धालुओं ने दरबार में हाजिरी लगाई। बाबा का दर्शन कर श्रद्धालुओं ने जीवन मंगल की कामना की।
इसके पहले मंदिर के पुजारी व सेवक पवन उपाध्याय के नेतृत्व में सुबह बाबा के विग्रह को पंचामृत से स्नान कराया गया,इसके पश्चात सिंदूर व तेल का लेपन पर चोला चढ़ाया गया। विभिन्न सुगंधित पुष्पों से बाबा का भव्य श्रृंगार किया गया। मंगला आरती के बाद मंदिर का पट आम भक्तों के लिए खोल दिया गया। सुबह से ही बाबा के दर्शन के लिए भक्तों का तांता लगा रहा। इस दौरान कोलकाता से आए हुए कारीगरों ने देशी विदेशी फूलों और 101 बर्फ के सिल्लियों से बाबा के गर्भगृह के साथ ही पूरे मंदिर को भव्य रूप से सजाया। इसके बाद फिर छप्पन भोग व एक सौ आठ शीशी महाप्रसाद, गांजा,भांग धतूरा और रजत आभूषण से विग्रह को सजाया गया।
पवन उपाध्याय ने बताया कि प्रति वर्ष सावन माह में बाबा का हिम श्रृंगार किया जाता है। बाबा के इस स्वरुप के दर्शन मात्र से प्राणी के जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं। शाम को कलाकारों की ओर से दरबार में भजनों की प्रस्तुति की गयी।
(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी / मोहित वर्मा