हरिद्वार, 02 नवंबर (Udaipur Kiran) । गुजरात से आए श्रद्धालुओं ने भूपतवाला स्थित श्रीस्वामी नारायण आश्रम व मध्य हरिद्वार स्थित श्रीप्रेमनगर आश्रम में गुजराती नववर्ष तथा अन्नकूट महोत्सव धूमधाम से मनाया और भगवान नारायण को छप्पन भोग अर्पित किए।
इस अवसर पर स्वामीनारायण आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी हरिवल्लभ दास शास्त्री ने कहा कि देश में मनाए जाने वाले सभी पर्वों के पीछे सार्थक संदेश है। अन्नकूट का पर्व पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है। सभी को अन्नकूट पर्व के अवसर पर पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन का संकल्प लेना चाहिए। श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़े के पूर्व सचिव श्रीमहंत देवानंद सरस्वती ने कहा कि गुजरात भक्ति की भूमि है और तीर्थनगरी हरिद्वार मोक्ष का धाम है। हरिद्वार में गंगा तट पर संतजनों के सानिध्य में किए जाने वाले धार्मिक अनुष्ठान से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।
इस अवसर पर गरीबदासी संप्रदाय के आचार्य स्वामी रविदेव शास्त्री और गौ गंगा सेवा धाम ट्रस्ट के अध्यक्ष स्वामी निर्मलदास महाराज ने नववर्ष की बधाई देते हुए गुजराती समाज के धार्मिक समर्पण को साधुवाद दिया।
गोवर्धन पर्व के अवसर पर मध्य हरिद्वार स्थित श्रीप्रेमनगर आश्रम में भी गुजराती समाज के लोग भारी संख्या में एकत्रित हुए। अहमदाबाद से आए यह सभी लोग तीन नंबर से प्रारंभ होने वाली जया किशोरी के प्रवचन व कथा का श्रवण करेंगे। करीब 700 की संख्या में गुजराती समाज के लोग सुनील भाई, धीरूभाई, जीतू भाई व बीनु भाई के नेतृत्व में हरिद्वार आए हैं।
अन्नकूट महोत्सव के यजमान हिरेंद्र भाई, लक्ष्मण भाई पटेल, श्रीधर लक्ष्मण पटेल व बसुमती बेन ने संतजनों का स्वागत कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला