
भागवत कथा केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि आत्मा के उद्धार का मार्ग
प्रियाकान्तजु मंदिर पर होली महोत्सव प्रारम्भ, 13 मार्च को होगी हाइड्रोलिक होली
मथुरा, 07 मार्च (Udaipur Kiran) । वृन्दावन नगर स्थित ठा. श्रीप्रियाकान्तजु मंदिर की प्रसिद्ध हाईड्रोलिक होली 13 मार्च को खेली जायेगी। इसकी तैयारी प्रारम्भ हो गयी है। यहाँ प्रारम्भ हुए होली महोत्सव में शुक्रवार को बोलते हुए देवकीनंदन ठाकुरजी महाराज ने कहा कि सम्पूर्ण ब्रज मंडल को मांस और शराब मुक्त किया जाना चाहिए। धार्मिक स्थानों पर मांस और शराब जैसी अपवित्र चीजों की बिक्री होना हमारे धर्म और संस्कृति का अपमान है। प्रदेश मुख्यमंत्री को ब्रज में इन मादक पदार्थों पर रोक लगवानी चाहिए।
छटीकरा मार्ग स्थित प्रियाकान्तजु मंदिर पर विश्व शांति प्रार्थना के साथ होली महोत्सव एवं श्रीमद्भागवत कथा का प्रारम्भ हुआ। प्रथम दिवस की कथा में हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास महाराज, सत्यमित्रानंद महाराज ने शामिल होकर व्यासपीठ पूजन किया एवं उपस्थित भक्तों को संबोधित किया। कथा वाचक देवकी नंदन महाराज ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा को मन से सुनना चाहिए, न कि केवल समय बिताने के उद्देश्य से कथा में जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भागवत कथा केवल एक धार्मिक अनुष्ठान मात्र नहीं है, बल्कि यह आत्मा के उद्धार का मार्ग है। सभी तीर्थ स्थलों पर भी मांस और शराब की बिक्री पूरी तरह प्रतिबंधित करना आवश्यक बताते हुये उन्होने कहा कि तीर्थों में मांस और शराब का सेवन हमारी धार्मिक परंपराओं के विरुद्ध है और सामाजिक मूल्यों को कमजोर करता है। मंदिर सचिव विजय शर्मा ने बताया कि 13 मार्च को होलिका दहन वाले दिन प्रियाकान्तजु मंदिर पर ब्रज की सम्पूर्ण होली के दर्शन होंगे। इसमें लड्डू-जलेबी होली, रसिया होली, लठामार, छड़ीमार, रंग, गुलाल होली, हास परिहास के साथ खेली जायेगी। देवकीनंदन महाराज हाईड्रोलिक पिचकारी से भक्तों पर रंग बरसायेंगे। मंदिर पर टेसू के फूलों से रंग तैयार किया जायेगा ।
(Udaipur Kiran) / महेश कुमार
