– दून योग पीठ के संस्थापक डा. बिपिन जोशी ने केंद्रीय आयुष मंत्री से की मांग
देहरादून, 12 दिसंबर (Udaipur Kiran) । दून योग पीठ के संस्थापक योगाचार्य डाॅ. बिपिन जोशी ने केंद्रीय आयुष मंत्री प्रताप राव जाधव से उत्तराखंड में बने स्वामी विवेकानंद पर्यटन सर्किट को योग, आयुर्वेद, प्राकृतिक चिकित्सा और अध्यात्म के माध्यम से वेलनेस हब में तब्दील करने की मांग की। इसके लिए उन्होंने आयुष मंत्री को गुरुवार को पत्र सौंपा है। डा. जोशी का मानना है कि देवभूमि उत्तराखंड को इस दिशा में एक बड़ा केंद्र बनाया जा सकता है। इससे न केवल राज्य के गांवों का समग्र विकास होगा, बल्कि राज्य के नागरिकों को स्वरोजगार के भी नए अवसर मिलेंगे।
स्वामी विवेकानंद पर्यटन सर्किट के माध्यम से राज्य के गांवों को ‘योग और आयुर्वेद ग्राम’ के रूप में विकसित करने की उनकी योजना इस क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा के एक नए आयाम को स्थापित करने का संकेत है। डा. जोशी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद के विचार और शिक्षाएं न केवल भारत, बल्कि समूचे विश्व के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। इस सर्किट में उनके जीवन और विचारों से जुड़ी यात्रा का आयोजन करने से लोगों में एक नई जागरूकता और स्वास्थ्य के प्रति रुचि बढ़ेगी।
स्वामी विवेकानंद की यात्रा के 125 साल पूरे होने के अवसर पर योगाचार्य डा. बिपिन जोशी के नेतृत्व में एक विशेष यात्रा का आयोजन किया जाएगा। यह यात्रा स्वामी विवेकानंद के विचारों और उनके योग, आयुर्वेद और आध्यात्मिकता के महत्व को लोगों तक पहुंचाने का एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
डा. जोशी ने केंद्रीय आयुष मंत्री श्रीप्रताप राव जाधव को इस यात्रा में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने मंत्री से आग्रह किया कि राज्य व केंद्र सरकार मिलकर इस पहल को आगे बढ़ाएं और उत्तराखंड को वेलनेस हब के रूप में स्थापित करें, जो देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों के लिए स्वास्थ्य और आत्मिक संतुलन का केंद्र बनेगा।
डा. जोशी ने यह भी बताया कि स्वामी विवेकानंद का नाम और उनका योगदान भारतीय योग और आयुर्वेद के क्षेत्र में अतुलनीय है। उनका आदर्श आज भी पूरी दुनिया में प्रासंगिक है। सरकार का यह कदम न केवल राज्य की विकास प्रक्रिया को गति देगा, बल्कि योग, आयुर्वेद, और प्राकृतिक चिकित्सा की ताकत को दुनिया भर में फैलाने में भी मदद करेगा।
(Udaipur Kiran) / कमलेश्वर शरण